बाराबंकी : जिले के दरियाबाद विधानसभा के पूरे डलाई ब्लॉक में गांव वालों ने चंदा लगाकर लकड़ी का पुल बनाया. आसपास के दस गांव के लोग इसी रास्ते से सफर करते हैं. दरअसल, सरयु नदी को दो ओर से जोड़ने वाले करीब दो किलोमीटर लंबे इस गहरे और चौड़े नाले पर वर्षों से लकड़ी का पुल बना है.
बरसात में और बाढ़ के दौरान अक्सर यह टूट जाता है. इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. यही वजह है कि लोग इस पुल को पक्का करने की मांग कर रहे हैं.
हालांकि जनप्रतिनिधियों से बार बार कहने के बावजूद भी जब इस पुल को पक्का करना तो दूर इसकी मरम्मत तक नहीं की गई तो स्थानीय ग्रामीणों ने इसे इसके लिए चंदा लगाना शुरू कर दिया. चंदा लगाकर इसकी अब मरम्मत करा दी गई है. इसके बावजूद लोग यहां अब भी पक्के पुल के निर्माण की मांग कर रहे हैं.
इसे लेकर ईटीवी की टीम सेमरी गांव पहुंची. यहां गांववालों ने बताया कि लकड़ी का पुल चंदा इकट्ठा कर बनाया गया है. यहां विधायक आते हैं तो फोटो खिंचवा कर चले जाते हैं. यही हाल अन्य जनप्रतिनिधियों का है.
कई बार उनसे इस लकड़ी के पुल को पक्के पुल के रूप में निर्मित करने को कहा गया लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. यह लकड़ी का पुल 10 गांव के लोगों के लिए प्रमुख संपर्क मार्ग है.
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इस लिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. सेमरी गांव के दुर्गा प्रसाद सिंह ने बताया कि गांव में और आसपास की जनता से उन लोगों ने चंदा इकट्ठा किया. इस पुल का निर्माण कराया.
बताया कि चार साल से वे लोग इसी लकड़ी के पुल के सहारे आते जाते हैं. कई बार विधायक सतीश शर्मा से मांग की गई कि इस लकड़ी के पुल को हटवा कर स्थाई पुल का निर्माण करा दिया जाए लेकिन विधायक हर बार वादा कर चले जाते हैं. काम कुछ नहीं करते.
वहीं, आज इस गांव का दौरा करने पूर्व कृषि मंत्री के प्रतिनिधि बच्चा सिंह पहुंचे. बताया कि सेमरी का लकड़ी का पुल बना हुआ है. सिकरी का रास्ता कट गया है. सरकार किसानों के पर पराली जलाने पर जिस तरीके से सेटेलाइट से देखकर मुकदमा दर्ज करती है, उसी तरीके से सरकार को चाहिए कि आज जो बाढ़ आई है और किसानों की धान की फसल बह गई है, उसका भी सेटेलाइट से सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिया जाए. इससे किसानों को कुछ राहत मिल सके.
वहीं, सेमरी गांव के श्रीकांत तिवारी उर्फ मोनू ने बताया कि यहां गांव में अगर कोई घटना या बीमार पड़ जाता है तो गांव में एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती. गांव में डॉक्टर भी नहीं आ पाते. पुलिस फोर्स भी नहीं पहुंच पाती. ऐसे में यहां जल्द से जल्द पक्के पुल का निर्माण किया जाना चाहिए.
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