बाराबंकी: जिले में मां की डांट से दुखी एक किशोरी ने गोमती नदी में छलांग लगाकर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों और गोताखोरों की मदद से कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद शव बरामद कर लिया. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
जिले के सतरिख थाना क्षेत्र के तीरगांव के रहने वाले बाबादीन की पुत्री मां की डांट से इतना दुखी हुई कि उसने गोमती नदी में कूदकर जान दे दी. यहां के रहने वाले बाबादीन के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे थे. बाबादीन मजदूरी करके गुजर बसर करता है. बड़ी बेटी की शादी हो गई है. करीब 18 वर्षीय बेटा सुरेश तीरगांव बाजार में सब्जी बेचकर पिता का हाथ बंटाता है. उससे छोटी एक बेटी छाया थी जो घर पर मां का हाथ बंटाती थी.
खाना बनाने को लेकर मां ने डांटा
मंगलवार की शाम को जब मां मेहनत मजदूरी के बाद घर लौटी तो खाना बनाने की किसी बात पर उसने छाया को बुरी तरह डांटा. न जाने मां की कौन सी डांट छाया के दिल को लग गई और वो बिना कुछ कहे घर से निकल गई. काफी देर तक जब छाया घर में नहीं दिखी, तो मां उसे ढूंढने निकली. गांव के कुछ लोगों ने बताया कि छाया पुल की तरफ जाती देखी गई थी. गोमती पुल पर जैसे ही मां पहुंची उसे छाया की चप्पल दिखाई दी. जिससे वह चीख पड़ी. उसकी चीख पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए, पुलिस को सूचना दी गई.
रात 11 बजे तक चला शव खोजने का ऑपरेशन
सूचना पर पहुंची पुलिस ने गांव के गोताखोरों की मदद ली. रात होने के चलते शव तलाशने में परेशानी हो रही थी. आखिरकार 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शव को बरामद कर लिया गया.