बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में घाघरा नदी के जलस्तर में रोज इजाफा हो रहा है. इससे नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है लेकिन ऐसे प्रयास बाढ़ के सामने बौने साबित हो रहे हैं. परेशान ग्रामीणों ने अपना ठिकाना बदलना शुरू कर दिया है.
नदी के बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों ने बदला ठिकाना-
- प्रशासन को बाढ़ के आने से पहले ही सुरक्षा की तैयारियां कर लेनी चाहिए.
- इससे हजारों ग्रामीणों को बेघर होने से बचाया सकता है.
- घाघरा नदी में नेपाल का पानी छोड़ा जाता है.
- इससे घाघरा नदी चेतावनी के निशान के ऊपर से बह रही है.
- घाघरा की बाढ़ ने हर साल लोगों को तबाही का मंजर दिखाती है, लेकिन प्रशासन फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाता है.
- सरकार जिस तरह नमामि गंगे पर ध्यान देती उसी तरह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले ध्यान दे ताकि तैयारियां पूरी कर ली जाए.
- इससे शायद ग्रामीणों को तबाही का मंजर न देखना पड़े.