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ग्राहकों के खातों से पैसे ऐंठने वाले गैंग का पर्दाफाश, ऐसे करते थे ठगी - बाराबंकी में फर्जी पुलिसकर्मी

बाराबंकी पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है. जो पुलिसकर्मी बन लोगों के खातों से पैसे निकाल लेता था. पुलिस ने इस गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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बाराबंकी में शातिर गैंग का खुलासा
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Published : Jan 24, 2021, 10:04 PM IST

बाराबंकीः पुलिसकर्मी बनकर लोगो के खातों से रुपये निकाल लेने वाले एक शातिर गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लैपटॉप, चार मोबाइल, तीन बॉयोमैट्रिक मशीन, एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन, फर्जी पुलिस के तीन पहचान पत्र समेत नगदी बरामद की गई है. पकड़े गए आरोपियों में एक जनसेवा केंद्र संचालक है और दूसरा पूर्व में बैंक मित्र रह चुका है. ये शातिर चोर अपने को पुलिसकर्मी बताकर कोरोना काल में हुए चालान को खत्म करने के नाम पर धोखाधड़ी करके लोगों के खातों से रुपये निकाल लेते थे.

चालान को खत्म करने का देते थे झांसा
कोरोना काल में हुए चालान को खत्म करने के नाम पर शातिर गैंग के बदमाश खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों के खातों से रुपए निकाल लेते थे. इसकी जानकारी पुलिस के जब आलाधिकारियों को लगी, तो मामले की छानबीन शुरू की गई. इस मामले में रविवार को पुलिस ने आरोपियों को मियागंज से गिरफ्तार कर लिया.

वारदात में इस्तेमाल सामान और नगदी बरामद
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक लैपटॉप, 4 मोबाइल, 3 बायोमेट्रिक मशीनें, एक एटीएम कार्ड स्वाइप मशीन, 3 पुलिस परिचय पत्र, एक बाइक और 68 सौ 50 रुपये नगद बरामद किए हैं.

एक आरोपी जनसेवा केंद्र संचालक तो दूसरा बैंक मित्र
पकड़े गए आरोपियों में एक श्यामबाबू टिकैतनगर थाना क्षेत्र के अरसंडा गांव का रहने वाला है. ये पहले बैंकमित्र था. दूसरा आरोपी आकाश वर्मा, जो दरियाबाद थाने के मियागंज का रहने वाला है. ये एक जनसेवा केंद्र संचालक है.

क्या था अपराध का तरीका
ये शातिर खुद को पुलिसकर्मी बताते थे और लोगों से कोरोना काल मे हुए चालानों को खत्म करने का झांसा देते थे. लोग इनके झांसे में आ जाते थे, उसके बाद ये लोग बॉयोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवा लेते थे .अभियुक्त आकाश जनसेवा केंद्र चलाता था. जिससे वो आईडी का इस्तेमाल कर झांसे में आये लोगों के खातों से पैसे उड़ा लेता था.

इनके खातों से निकाल लिए रुपये
17 दिसम्बर को इन आरोपियों ने मियागंज के रहने वाले मुख्तार अहमद के खाते से 30 हजार रुपये निकाल लिए थे. उसके बाद दरियाबाद थाने के कुशफर के रहने वाले अखिलेश के खाते से 53 सौ रुपये निकाल लिए. 21 जनवरी को मियागंज के गयासुद्दीन के खाते से 75 सौ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए थे. इसके अलावा आरोपियों ने टिकैतनगर थाना क्षेत्र के और बहराइच जिले के भी कई लोगों को अपना निशाना बनाया है, जिनकी पुलिस पड़ताल कर रही है.

बाराबंकीः पुलिसकर्मी बनकर लोगो के खातों से रुपये निकाल लेने वाले एक शातिर गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लैपटॉप, चार मोबाइल, तीन बॉयोमैट्रिक मशीन, एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन, फर्जी पुलिस के तीन पहचान पत्र समेत नगदी बरामद की गई है. पकड़े गए आरोपियों में एक जनसेवा केंद्र संचालक है और दूसरा पूर्व में बैंक मित्र रह चुका है. ये शातिर चोर अपने को पुलिसकर्मी बताकर कोरोना काल में हुए चालान को खत्म करने के नाम पर धोखाधड़ी करके लोगों के खातों से रुपये निकाल लेते थे.

चालान को खत्म करने का देते थे झांसा
कोरोना काल में हुए चालान को खत्म करने के नाम पर शातिर गैंग के बदमाश खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों के खातों से रुपए निकाल लेते थे. इसकी जानकारी पुलिस के जब आलाधिकारियों को लगी, तो मामले की छानबीन शुरू की गई. इस मामले में रविवार को पुलिस ने आरोपियों को मियागंज से गिरफ्तार कर लिया.

वारदात में इस्तेमाल सामान और नगदी बरामद
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक लैपटॉप, 4 मोबाइल, 3 बायोमेट्रिक मशीनें, एक एटीएम कार्ड स्वाइप मशीन, 3 पुलिस परिचय पत्र, एक बाइक और 68 सौ 50 रुपये नगद बरामद किए हैं.

एक आरोपी जनसेवा केंद्र संचालक तो दूसरा बैंक मित्र
पकड़े गए आरोपियों में एक श्यामबाबू टिकैतनगर थाना क्षेत्र के अरसंडा गांव का रहने वाला है. ये पहले बैंकमित्र था. दूसरा आरोपी आकाश वर्मा, जो दरियाबाद थाने के मियागंज का रहने वाला है. ये एक जनसेवा केंद्र संचालक है.

क्या था अपराध का तरीका
ये शातिर खुद को पुलिसकर्मी बताते थे और लोगों से कोरोना काल मे हुए चालानों को खत्म करने का झांसा देते थे. लोग इनके झांसे में आ जाते थे, उसके बाद ये लोग बॉयोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवा लेते थे .अभियुक्त आकाश जनसेवा केंद्र चलाता था. जिससे वो आईडी का इस्तेमाल कर झांसे में आये लोगों के खातों से पैसे उड़ा लेता था.

इनके खातों से निकाल लिए रुपये
17 दिसम्बर को इन आरोपियों ने मियागंज के रहने वाले मुख्तार अहमद के खाते से 30 हजार रुपये निकाल लिए थे. उसके बाद दरियाबाद थाने के कुशफर के रहने वाले अखिलेश के खाते से 53 सौ रुपये निकाल लिए. 21 जनवरी को मियागंज के गयासुद्दीन के खाते से 75 सौ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए थे. इसके अलावा आरोपियों ने टिकैतनगर थाना क्षेत्र के और बहराइच जिले के भी कई लोगों को अपना निशाना बनाया है, जिनकी पुलिस पड़ताल कर रही है.

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