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बाराबंकी: आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने में जिला प्रशासन नाकाम

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने पर जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. सरकार के फरमान के अनुसार गो-आश्रय तो बना दिया गया, लेकिन आवारा पशु अभी भी सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं.

आवारा पशुओं पर नहीं लग रहा अंकुश.
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Published : Sep 9, 2019, 9:21 AM IST

बाराबंकी: जिला प्रशासन जिले में आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने पर नाकाम साबित हो रहा है. सरकार ने जनता को आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के अंदर आवारा पशुओं का आतंक समाप्त कर दिया जाएगा, जिसके लिए गो-आश्रय की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन अभी भी आवारा पशु सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं.

आवारा पशुओं पर नहीं लग रहा अंकुश.

तहसील फतेहपुर के ग्राम जगदीशपुर में सीएम योगी के फरमान के अनुसार गो-आश्रय तो बना दिया गया, लेकिन अभी तक वह आवारा पशु सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें:- उन्नाव: अस्पताल परिसर बना आवारा पशुओं का अड्डा, कागजों पर चल रही गोशाला

यह कार्य ग्राम समाज के ऊपर सौंप दिया गया है, जिसमें खंड विकास अधिकारी अपना कार्य कर रहे हैं. समय आने पर मनरेगा और अन्य विभागों से धन अर्जित किया जाएगा और आवारा पशुओं से निजात दिलाया जाएगा. आवारा पशुओं के लिए मात्र चार गो -आश्रयों का पैसा सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है, लेकिन पशुओं की तादाद काफी अधिक होने के कारण अन्य स्रोतों से व्यवस्था की जा रही है.
-डॉ. आदर्श सिंह, जिलाधिकारी

बाराबंकी: जिला प्रशासन जिले में आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने पर नाकाम साबित हो रहा है. सरकार ने जनता को आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के अंदर आवारा पशुओं का आतंक समाप्त कर दिया जाएगा, जिसके लिए गो-आश्रय की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन अभी भी आवारा पशु सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं.

आवारा पशुओं पर नहीं लग रहा अंकुश.

तहसील फतेहपुर के ग्राम जगदीशपुर में सीएम योगी के फरमान के अनुसार गो-आश्रय तो बना दिया गया, लेकिन अभी तक वह आवारा पशु सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.

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यह कार्य ग्राम समाज के ऊपर सौंप दिया गया है, जिसमें खंड विकास अधिकारी अपना कार्य कर रहे हैं. समय आने पर मनरेगा और अन्य विभागों से धन अर्जित किया जाएगा और आवारा पशुओं से निजात दिलाया जाएगा. आवारा पशुओं के लिए मात्र चार गो -आश्रयों का पैसा सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है, लेकिन पशुओं की तादाद काफी अधिक होने के कारण अन्य स्रोतों से व्यवस्था की जा रही है.
-डॉ. आदर्श सिंह, जिलाधिकारी

Intro:बाराबंकी- आवारा पशुओं पर योगी सरकार अंकुश लगाने पर नाकाम । सरकार ने जनता को आश्वासन दिया था कि 15 दिनों के अंदर आवारा पशुओं का आतंक समाप्त कर दिया जाएगा। जिसके लिए गो आश्रय की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान हुआ नाकाम। अभी घूम रहे हैं आवारा पशु खेतों का कर रहे हैं नुकसान। अधिकारी झाड़ रहे हैं अपना पल्ला।


Body:तहसील फतेहपुर के ग्राम जगदीशपुर में मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ के फरमान के अनुसार गो आश्रय तो बना दिया गया। किंतु अभी तक वह आश्चर्य के पशु सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं। वहीं किसानों की फसलों का नुकसान कर रहे हैं। प्रशासन अपना पल्ला झाड़ रहा है। इस संबंध में जिला अधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि यह कार्य ग्राम समाज के ऊपर सौंप दिया गया है जिसमें खंड विकास अधिकारी अपना कार्य कर रहे हैं। समय आने पर मनरेगा और अन्य विभागों से धन अर्जित किया जाएगा और आवारा पशुओं से निजात दिलाया जाएगा। उन्होंने क्या कहा कि आवारा पशुओं के लिए मात्र 4 गोवंश ओं का पैसा सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है। किंतु पशुओं की तादाद काफी अधिक होने के कारण अन्य स्रोतों से व्यवस्था की जा रही है। वही आवारा पशु सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं और भारी मात्रा में किसानों का नुकसान कर रहे हैं सरकार इस फरमान से नाकाम साबित हो रही है।


Conclusion:जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह की बाइट।

आवारा पशुओं का विजुअल।

गणेश शंकर मिश्रा ईटीवी भारत विधानसभा कुर्सी बाराबंकी।

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