बाराबंकी: जनपद में पंचायती अखाड़ा के साधुओं की टीम के साथ दो दिन पूर्व आए एक साधु का मंदिर परिसर के एक कमरे में शव मिला. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि मृतक साधु अपने साथियों से आहत था. जिन्होंने उसके ऊपर गबन करने का आरोप लगाया था. जबकि कुछ साधुओं ने हत्या की आशंका जताई है. फिलहाल पुलिस को मृतक साधु के पास से डायरी में लिखा हुआ सुसाइड नोट मिलने की बात बताई जा रही है. मामले की जांच जारी है.
प्रयागराज के पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का भ्रमणशील मंडल बीती 27 दिसंबर को कोतवाली और कस्बा फतेहपुर के मोहल्ला पचघरा में स्थित बाबा संगत उदासीन आश्रम पहुंचा था. इस भ्रमणशील मंडल में 50 साधुओं की टोली थी. गुरुवार को भोर में 4 बजे सभी साधुओं ने पूजा आरती की. इसके बाद एक साधु 50 वर्षीय रामदास ने पुजारी से कहा कि वह थक गया है. रात में ठीक से सो नहीं पाया है. लिहाजा वो सोने जा रहे है. यह कहकर रामदास कमरे में चला गया. नाश्ते के वक्त जब कुछ साधु उसे बुलाने गए तो कमरे का दृश्य देखकर उनकी चीख निकल गई. साधु रामदास का शव पड़ा मिला. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची फतेहपुर कोतवाली की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि मृतक के पास से डायरी मिली है. जिसमें सुसाइड नोट है. सुसाइड नोट में साधु रामदास ने अपने सहयोगी से आहत होने की बात लिखी है.
दरअसल प्रयागराज के पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का भ्रमण शील मंडल प्रयागराज से निकलकर हरिद्वार समेत अपने संगत आश्रमों का भ्रमण करता है. छठवें वर्ष फिर प्रयागराज पहुंचता है. इस बार यह भ्रमण शील मंडल 12 वर्ष बाद आया है. मृतक साधु रामदास के गुरु ने बताया कि वह उनका बहुत पुराना सेवक था. उनकी बड़े लगन से सेवा करता था. वह कोषाध्यक्ष था. पिछले दिनों उसने बताया था कि कुछ पैसे कम है. कोई सेवक उससे लेकर चला गया है. रामदास के गुरु ने बताया कि मैंने उसे समझाया था कि तनाव न लो. उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट में रामदास ने लिखा है कि मेरे विश्वसनीय सेवक ने धोखा दिया है.
गुरु ने बताया कि शायद इसी तनाव के चलते रामदास ने सुसाइड कर लिया. जबकि बाबा संगत आश्रम फतेहपुर के महंत अशोक दास ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित प्रार्थना पत्र लिखकर रामदास की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने की गुहार लगाई है. उन्होने लिखा कि संगत आश्रम में कुछ सम्पत्तियों को लेकर विवाद है. इन सम्पत्तियों पर संगत के रहने वाले हेमंत कुमार उर्फ बबलू का कब्जा है. बुधवार शाम हेमंत कुमार का साधु रामदास से विवाद हो गया था. इस दौरान हेमंत कुमार ने रामदास को मारा पीटा था और हत्या कर दी.