बाराबंकी: जनपद के सुबेहा थाना क्षेत्र के एक गांव में कच्चा मकान गिरने से 2 मासूम बच्चे की मौत हो गई. साथ ही घर के बुजुर्ग दंपति गंभीर रूप से घायल हो गए. कच्चा मकान गिरने की सूचना पर गांव में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में लोगों ने मलबे में दबे बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकाला. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई.
सुबेहा थाना क्षेत्र के किरसिया गांव निवासी मोहम्मद हलीम (65) का बहुत ही पुराना कच्चा मकान है. परिवार में उनकी पत्नी नजीरन (62) उनका बेटा समीर (32), बहू, पौत्र सुफियान (8) और एक पौत्री समायरा (6) इस कच्चे मकान में रहते थे. रात्रि में मकान के बाहर बेटा समीर और उनकी पत्नी सो रहे थे. जबकि दोनों बच्चे अपने दादा-दादी के साथ घर के अंदर ही सो रहे थे. रविवार की रात 2 बजे उनका कच्चा मकान भर भराकर गिर गया. देखते ही देखते पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया. इस मलबे में दादा-दादी के साथ दोनों बच्चे दब गए. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद चारों लोगों को बाहर निकालकर हैदरगढ़ सीएचसी में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया. वहीं, बुजुर्गों की हालत गंभीर देख बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहां दोनों लोगों का इलाज किया जा रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि यह परिवार बहुत गरीब था. ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते इस परिवार को सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिला था. अगर इस परिवार को सरकारी आवास योजना का लाभ मिला होता, तो शायद यह हादसा न होता. एएसपी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि कच्चा मकान गिरने से 2 मासूम बच्चे समेत बुजुर्ग दंपति मलबे में दब गए थे. ग्रामीणों ने चारों लोगों को मलबे से निकाल लिया. लेकिन दोनों मासूम बच्चों की मौत हो चुकी थी. इसके साथ ही बुजुर्गों का जिला अस्तपताल में इलाज किया जा रहा है.
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