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12 दिन से फरार चल रहा डकैती का आरोपी गिरफ्तार, वारदात में प्रयुक्त की गई गाड़ी इसी ने कराई थी उपलब्ध - barabanki robbery case

बाराबंकी में पुलिस ने डकैती मामले में कई दिनों से फरार चल रहे बदमाश को आज गिरफ्तार (Robbery Accused Arrested) कर लिया. इस पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा था. इसी बदमाश ने डकैती के लिए गाड़ी की व्यवस्था की थी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 1, 2024, 10:41 PM IST

बाराबंकी: जिले में एक सनसनीखेज डकैती को अंजाम देकर पिछले 12 दिनों से फरार चल रहे आरोपी को सोमवार को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. इस शातिर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. डकैती में इसी आरोपी ने ही गाड़ी का इंतजाम भी किया था. उसी से बदमाश पीड़ित के घर पहुंचे और डकैती को अंजाम देकर वापस हो गए. गाड़ी की पहचान न हो सके, इसके लिए आरोपी ने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी थी.

18 दिसम्बर 2023 को एक डकैती को अंजाम देकर फरार चल रहे आरोपी पारसनाथ यादव निवासी सागरपुर अतरौरा थाना बीकेटी लखनऊ को बाराबंकी स्वाट, सर्विलांस और कुर्सी थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने रविवार को किसान पथ सर्विस लेन से ग्राम डौडिहारा जाने वाले रास्ते के पास से गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 1 किलो 900 ग्राम चांदी के आभूषण, 40 ग्राम सोने के आभूषण, 3 किलो 500 ग्राम सिक्के, 1360 रुपये नकद, एक तमंचा और डकैती में प्रयुक्त गाड़ी बरामद की गई है.

बता दें कि 18 दिसम्बर को कुर्सी थाना क्षेत्र के टिकैतगंज मजरे मोहसण्ड निवासी बर्तन व्यापारी शिवकुमार निगम करीब साढ़े सात बजे जब वह घर पर अपनी दो बहनों के साथ मौजूद था, तभी कुछ लोग उसके घर में सामान लेने के बहाने घुस आए. इसके बाद असलहे के बल पर तीनों को घर के सबसे पीछे के कमरे में बंधक बनाकर जमकर लूटपाट की. मामले की जानकारी पर पुलिस कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने फील्ड यूनिट के साथ पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था. साथ ही मामले के खुलासे के लिए 4 टीमों का गठन किया था.

एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा लगातार कैंप कर मामले के खुलासे के लिए काम कर रहे थे. मामले की गम्भीरता को देखते हुए लखनऊ एसटीएफ की भी मदद ली गई. आखिरकार मैनुएल इंटेलिजेंस, डिजिटल डेटा और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 22 दिसम्बर को 7 बदमाशों को खोज निकाला और उन्हें ग्राम बोहाइया स्थित भुइहारन बाबा मंदिर के पास बाग से गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने 22 दिसम्बर को लखनऊ के बीकेटी थाने के भौली निवासी नौशाद, मड़ियांव थाने के फैजुल्लागंज निवासी मनोज, बीकेटी थाने के देवरी रुखारा निवासी रूपेंद्र उर्फ सूरज, मामपुर बाना निवासी मोनू उर्फ अभिषेक, बाराबंकी के घुघटेर थाने के लोहराई निवासी प्रेमकुमार, लखनऊ के महिगवां थाने के कुंवरपुर निवासी रामबहादुर सिंह और सीतापुर के बिसवां थाने के लंघनिया निवासी राजू यादव उर्फ वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि, 5 आरोपी फरार चल रहे थे.

इस वारदात में शामिल 5 और आरोपी फरार थे. लिहाजा पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पारसनाथ यादव, गनेशी उर्फ गनेश यादव, आशू उर्फ विनोद, अफसार और अमरजीत यादव इन पांचों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. अगले दिन यानी 24 दिसम्बर को इस डकैती के मुख्य सूत्रधार गनेशी और अमरजीत यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पारसनाथ यादव ने पूछताछ में बताया कि लूट के बाद जो हिस्सा मिला था, वह इधर उधर खर्च हो गया. महज 1360 रुपये ही बचे हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गाड़ी का इंतजाम इसी ने किया था. इसने कार के वास्तविक नंबर को बदलकर कूटरचित नंबर लगा दिया था. इस मामले में अभी दो और आरोपी फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित है. टीमें लगी हुई हैं. जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

यह भी पढ़ें: साइबेरियन क्रेन के शिकार का VIDEO: मांस खाने वालों को महंगे दाम पर बेचते थे, एक गिरफ्तार

यह भी पढ़ें: नए साल 2024 के पहले दिन मीट माफिया याकूब कुरैशी पर बड़ी कार्रवाई, 31 करोड़ संपत्ति कुर्क

बाराबंकी: जिले में एक सनसनीखेज डकैती को अंजाम देकर पिछले 12 दिनों से फरार चल रहे आरोपी को सोमवार को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. इस शातिर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. डकैती में इसी आरोपी ने ही गाड़ी का इंतजाम भी किया था. उसी से बदमाश पीड़ित के घर पहुंचे और डकैती को अंजाम देकर वापस हो गए. गाड़ी की पहचान न हो सके, इसके लिए आरोपी ने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी थी.

18 दिसम्बर 2023 को एक डकैती को अंजाम देकर फरार चल रहे आरोपी पारसनाथ यादव निवासी सागरपुर अतरौरा थाना बीकेटी लखनऊ को बाराबंकी स्वाट, सर्विलांस और कुर्सी थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने रविवार को किसान पथ सर्विस लेन से ग्राम डौडिहारा जाने वाले रास्ते के पास से गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 1 किलो 900 ग्राम चांदी के आभूषण, 40 ग्राम सोने के आभूषण, 3 किलो 500 ग्राम सिक्के, 1360 रुपये नकद, एक तमंचा और डकैती में प्रयुक्त गाड़ी बरामद की गई है.

बता दें कि 18 दिसम्बर को कुर्सी थाना क्षेत्र के टिकैतगंज मजरे मोहसण्ड निवासी बर्तन व्यापारी शिवकुमार निगम करीब साढ़े सात बजे जब वह घर पर अपनी दो बहनों के साथ मौजूद था, तभी कुछ लोग उसके घर में सामान लेने के बहाने घुस आए. इसके बाद असलहे के बल पर तीनों को घर के सबसे पीछे के कमरे में बंधक बनाकर जमकर लूटपाट की. मामले की जानकारी पर पुलिस कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने फील्ड यूनिट के साथ पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था. साथ ही मामले के खुलासे के लिए 4 टीमों का गठन किया था.

एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा लगातार कैंप कर मामले के खुलासे के लिए काम कर रहे थे. मामले की गम्भीरता को देखते हुए लखनऊ एसटीएफ की भी मदद ली गई. आखिरकार मैनुएल इंटेलिजेंस, डिजिटल डेटा और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 22 दिसम्बर को 7 बदमाशों को खोज निकाला और उन्हें ग्राम बोहाइया स्थित भुइहारन बाबा मंदिर के पास बाग से गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने 22 दिसम्बर को लखनऊ के बीकेटी थाने के भौली निवासी नौशाद, मड़ियांव थाने के फैजुल्लागंज निवासी मनोज, बीकेटी थाने के देवरी रुखारा निवासी रूपेंद्र उर्फ सूरज, मामपुर बाना निवासी मोनू उर्फ अभिषेक, बाराबंकी के घुघटेर थाने के लोहराई निवासी प्रेमकुमार, लखनऊ के महिगवां थाने के कुंवरपुर निवासी रामबहादुर सिंह और सीतापुर के बिसवां थाने के लंघनिया निवासी राजू यादव उर्फ वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि, 5 आरोपी फरार चल रहे थे.

इस वारदात में शामिल 5 और आरोपी फरार थे. लिहाजा पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पारसनाथ यादव, गनेशी उर्फ गनेश यादव, आशू उर्फ विनोद, अफसार और अमरजीत यादव इन पांचों की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. अगले दिन यानी 24 दिसम्बर को इस डकैती के मुख्य सूत्रधार गनेशी और अमरजीत यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पारसनाथ यादव ने पूछताछ में बताया कि लूट के बाद जो हिस्सा मिला था, वह इधर उधर खर्च हो गया. महज 1360 रुपये ही बचे हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गाड़ी का इंतजाम इसी ने किया था. इसने कार के वास्तविक नंबर को बदलकर कूटरचित नंबर लगा दिया था. इस मामले में अभी दो और आरोपी फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित है. टीमें लगी हुई हैं. जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

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