बाराबंकी: पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के खिलाफ बाराबंकी नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन द्वारा की गई टिप्पणी से दलित समाज और बसपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. पूर्व चेयरमैन के खिलाफ दी गई तहरीर के बावजूद भी पुलिस प्रशासन ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. इससे गुस्साए बसपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदर्शन करते हुए पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की गुहार लगाई.
मायावती के समर्थकों ने नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन पर गम्भीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि वह शातिर हिस्ट्रीशीटर है. इसकी बयानबाजी से जिले में तनाव फैला हुआ है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि इससे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है. प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी है कि दो दिन में अगर एफआईआर नहीं लिखी गई, तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे.
एसपी ऑफिस पहुंचे प्रदर्शनकारी
नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने कुछ दिनों पहले बसपा प्रमुख मायावती पर अमर्यादित टिप्पणी की थी. विरोध शुरू हुआ तो रंजीत श्रीवास्तव ने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर भी अमर्यादित टिप्पणी कर दी. इसको लेकर दलित समाज में खासा आक्रोश है. 21 नवम्बर को बसपा नेता सुरेश चंद्र गौतम की अगुवाई में दलित समाज ने रंजीत बहादुर श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी थी, लेकिन आज तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. बार-बार कहने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई. शुक्रवार को बसपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस कार्यालय पहुंचकर पुलिस कप्तान से कार्रवाई के लिए गुहार लगाई.
कार्रवाई की मांग
मायावती समर्थकों ने मांग की कि वह समाज के लिए खतरा है. लिहाजा इसके विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, गैंगेस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाय. मायावती समर्थकों ने कहा कि रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने नगर पालिका परिषद नवाबगंज में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करके अकूत सम्पत्ति अर्जित की है. इसकी सीबीआई और ईडी से जांच कराकर चल-अचल संपत्ति जब्त की जाय.