बाराबंकी: राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले की दो विधानसभाओं को सपा(Samajwadi Party) के कब्जे से मुक्त कराने के लिए भाजपा(bjp) ने मुहिम छेड़ दी है. इसके लिए पार्टी हाईकमान ने इन सीटों को हर हाल में जीतने के लिए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री वीरेंद्र तिवारी को जिम्मेदारी दी है. बतौर पालक वीरेंद्र तिवारी इन विधानसभाओं में घूम-घूमकर कार्यकर्ताओं से सामंजस्य बनाकर आम जनमानस को पार्टी से जोड़ने का काम करेंगे. वीरेंद्र तिवारी का कहना है कि भाजपा के विधायक न होने से इन विधानसभाओं का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया.
सपा के कब्जे वाली जिले की दो सीटों पर भाजपा की खास नजर
बाराबंकी जिले की 6 विधानसभाओं में से 4 सीटों पर भाजपा का कब्जा है, लेकिन 2 सीटें बाराबंकी और जैदपुर सपा के कब्जे में है. मुख्यालय यानी सदर सीट और जैदपुर जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर भाजपा का कब्जा न होने से पार्टी असहज है. आगामी 2022 के चुनाव में पार्टी ने इन सीटों पर भी हर हाल में कब्जा करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसके लिए पार्टी हाईकमान ने अभी से कमर कस ली है. पार्टी हाईकमान ने दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री वीरेंद्र तिवारी को इन दो सीटों का पालक बना कर भेजा है. वीरेंद्र तिवारी इन दो सीटों पर रुककर लगातार कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में रहते हुए जनता को पार्टी की उपलब्धियां बताते हुए उन्हें पार्टी से जोड़ेंगे, ताकि आने वाले चुनाव में इन सीटों को जीतने के लिए अभी से माहौल बनाया जा सके.
पालक बनाये गए राज्यमंत्री को बड़ी जिम्मेदारी
सोमवार को वीरेंद्र तिवारी ने यूपी में योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि योगी सरकार ने गांव, गरीब, किसान,पिछड़ा,दलित,वंचित,युवा,महिला और व्यापारी समेत सबके उत्थान के लिए काम किये. पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि विकासकार्यों का क्रियान्वयन जनप्रतिनिधि कराते हैं. विधायक महत्वपूर्ण होते हैं. विधायक सदन में विकासकार्यों और क्षेत्र की समस्याओं के लिए विषय रखते हैं, जिले में आवाज उठाते हैं.बाराबंकी सदर और जैदपुर विधानसभाओं में हमारे विधायक नही हैं लिहाजा ये कड़ी कमजोर थी, लिहाजा विकास ठीक ढंग से नही हो पाया. यही वजह है कि मुझे इन विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई है. इन सीटों को जीतकर इन विधानसभाओं में समुचित विकास कराया जाएगा.
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