बाराबंकी: जिले में पुलिस कप्तान ने पीड़ित फरियादियों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक अनोखी पहल की है. अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाने वाले फरियादियों के घर जांच के लिए अगले दिन एक सिपाही जरूर पहुंचेगा. ये सिपाही न केवल शिकायतकर्ता से मिलेगा, बल्कि मौका मुआयना भी करेगा. इसके साथ ही पूरा विवरण शिकायत प्रकोष्ठ को अवगत कराते हुए प्रार्थना पत्र थाने पर देगा, जिससे कि समस्या का निस्तारण किया जा सके.
पुलिस कप्तान की नई पहल
शिकायत प्रकोष्ठ केवल डिस्पैच ऑफिस बनकर न रह जाए इसके लिए बाराबंकी पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने एक नई पहल की है. अब जिले के सभी थानों से हर रोज एक सिपाही मुख्यालय आएगा और यहां फरियादियों द्वारा दी गई अपने थाने से सम्बंधित शिकायत प्रार्थना लेगा. अगले दिन यही सिपाही उन फरियादियों से मिलेगा और घटना स्थल का निरीक्षण करेगा. मौका मुआयना करने के बाद ये सिपाही शिकायत प्रकोष्ठ को डिटेल नोट कराएगा. इसके साथ ही शिकायत पत्र थाने पर देगा, जिससे कि उस समस्या का निराकरण हो सके. इसके लिए जिस स्तर की समस्या होगी उस स्तर से निपटारा किया जाएगा. समाधान दिवस और तहसील दिवस स्तर की होगी तो फरियादी को वहां बुलाया जाएगा.
क्या है मंशा
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि अमूमन फरियादी की ये पीड़ा रहती है कि उसने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई पूछने तक नहीं आया. इस पहल से शिकायत करने के अगले ही दिन एक पुलिसकर्मी फरियादी से मिलेगा और मौका मुआयना करेगा. पुलिस अधीक्षक का मानना है कि तमाम समस्याएं तो अगले दिन ही निपट जाएंगी और अगर कुछ बच गई तो उनका निराकरण भी जल्दी कर दिया जाएगा.
सिपाही की होगी निगरानी
अगले ही दिन सिपाही फरियादी से मिला या नही इसकी भी निगरानी अपने आप हो जाएगी, क्योंकि ड्यूटी वाले सिपाही को फरियादी से मिलकर शिकायत प्रकोष्ठ में डिटेल नोट करानी होगी. ये प्रक्रिया लगातार चलेगी, लिहाजा हर रोज एक नया कांस्टेबल मुख्यालय आएगा. इस पहल से और भी कई लाभ हैं. पहले तो ये कि आमजन मानस की जो सबसे बड़ी शिकायत रहती है कि प्रार्थना पत्र देने के बाद किसी ने कोई रिस्पांस नही किया, इससे प्रार्थना पत्र देने के अगले ही दिन पुलिस फरियादी से मिलेगी. आम जनता को सहयोग के साथ तत्काल न्याय मिलेगा. मुख्यालय आने वाले कांस्टेबल्स की भी समस्याओं का निस्तारण होगा.
फरियादियों की शिकायतों का होगा निस्तारण, बाराबंकी पुलिस की नई पहल - बाराबंकी पुलिस की पहल
यूपी के बाराबंकी जिले में पुलिस विभाग ने एक नई पहल की शुरुआत की है. इस पहल से फरियादियों की समस्याओं का निराकरण अब आसानी से हो जाएगा.
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बाराबंकी: जिले में पुलिस कप्तान ने पीड़ित फरियादियों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक अनोखी पहल की है. अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाने वाले फरियादियों के घर जांच के लिए अगले दिन एक सिपाही जरूर पहुंचेगा. ये सिपाही न केवल शिकायतकर्ता से मिलेगा, बल्कि मौका मुआयना भी करेगा. इसके साथ ही पूरा विवरण शिकायत प्रकोष्ठ को अवगत कराते हुए प्रार्थना पत्र थाने पर देगा, जिससे कि समस्या का निस्तारण किया जा सके.
पुलिस कप्तान की नई पहल
शिकायत प्रकोष्ठ केवल डिस्पैच ऑफिस बनकर न रह जाए इसके लिए बाराबंकी पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने एक नई पहल की है. अब जिले के सभी थानों से हर रोज एक सिपाही मुख्यालय आएगा और यहां फरियादियों द्वारा दी गई अपने थाने से सम्बंधित शिकायत प्रार्थना लेगा. अगले दिन यही सिपाही उन फरियादियों से मिलेगा और घटना स्थल का निरीक्षण करेगा. मौका मुआयना करने के बाद ये सिपाही शिकायत प्रकोष्ठ को डिटेल नोट कराएगा. इसके साथ ही शिकायत पत्र थाने पर देगा, जिससे कि उस समस्या का निराकरण हो सके. इसके लिए जिस स्तर की समस्या होगी उस स्तर से निपटारा किया जाएगा. समाधान दिवस और तहसील दिवस स्तर की होगी तो फरियादी को वहां बुलाया जाएगा.
क्या है मंशा
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि अमूमन फरियादी की ये पीड़ा रहती है कि उसने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई पूछने तक नहीं आया. इस पहल से शिकायत करने के अगले ही दिन एक पुलिसकर्मी फरियादी से मिलेगा और मौका मुआयना करेगा. पुलिस अधीक्षक का मानना है कि तमाम समस्याएं तो अगले दिन ही निपट जाएंगी और अगर कुछ बच गई तो उनका निराकरण भी जल्दी कर दिया जाएगा.
सिपाही की होगी निगरानी
अगले ही दिन सिपाही फरियादी से मिला या नही इसकी भी निगरानी अपने आप हो जाएगी, क्योंकि ड्यूटी वाले सिपाही को फरियादी से मिलकर शिकायत प्रकोष्ठ में डिटेल नोट करानी होगी. ये प्रक्रिया लगातार चलेगी, लिहाजा हर रोज एक नया कांस्टेबल मुख्यालय आएगा. इस पहल से और भी कई लाभ हैं. पहले तो ये कि आमजन मानस की जो सबसे बड़ी शिकायत रहती है कि प्रार्थना पत्र देने के बाद किसी ने कोई रिस्पांस नही किया, इससे प्रार्थना पत्र देने के अगले ही दिन पुलिस फरियादी से मिलेगी. आम जनता को सहयोग के साथ तत्काल न्याय मिलेगा. मुख्यालय आने वाले कांस्टेबल्स की भी समस्याओं का निस्तारण होगा.