बाराबंकीः जनपद में कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां सीएचसी अधीक्षक ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए गांव में कैम्प लगाकर लोगों को कोविड वैक्सीन लगवा दी है. जबकि वैक्सीन के लिए बाकायदा निश्चित स्थान बनाये गए हैं लेकिन लापरवाह अधीक्षक ने गाइडलाइंस को ताक पर रख दिया है. इस बड़ी लापरवाही के खुलासा होने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा है. मामले की जानकारी पर सीएमओ ने आरोपी चिकित्सा अधीक्षक को हटा दिया है और एएनएम की संविदा समाप्त करने की संस्तुति की है. साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
गांव में एएनएम को भेजकर लगवाए टीके
बता दें कि कोविड टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए यहां के रामनगर सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने वैक्सीन गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा डालीं. आरोप है कि डॉ. राजीव दीक्षित ने बीती 17 मार्च को सैदनपुर गांव में एएनएम की टीम भेजकर 22 लोगों को कोविड के टीके लगवा डाले. यही नहीं ग्राम पंचायत अमरपुर में भी प्रधान पद उम्मीदवार के घर पर दर्जनों लोगों को टीका लगाया गया. मामले की जानकारी पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में सीएमओ डॉ. बीकेएस चौहान ने डॉ. राजीव दीक्षित को हटा दिया है और आरोपी एएनएम की संविदा समाप्त करने की संस्तुति की है. साथ ही मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
क्या है गाइडलाइंस
नियमतः कोविड वैक्सीन कोल्ड चेन में रखी जाती है. एक समय सीमा तक ही इसका इस्तेमाल हो सकता है. रामनगर सीएचसी में कोल्ड चेन है. सीएचसी में ही निर्धारित स्थान पर वैक्सीन लगना चाहिए लेकिन लापरवाह अधीक्षक ने एएनएम को भेजकर गांवों में टीका लगवा दिया.
यह भी पढ़ेंः यूपी : 'कोरोना वैक्सीन से नहीं हार्ट अटैक से हुई वार्ड ब्वाय की मौत'
प्रथमदृष्टया आरोपी अधीक्षक की लापरवाही सामने आने पर अधीक्षक को रामनगर सीएचसी से हटा कर टीबी अस्पताल से सम्बद्ध कर दिया गया है. पूरे मामले की जांच एसीएमओ डॉ. डीके श्रीवास्तव को सौंपी गई है.
डॉ. बीकेएस चौहान, सीएमओ