बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी में परिषदीय स्कूलों के औचक निरीक्षण में एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. बीएसए द्वारा लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है. बावजूद इसके कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को जिले के 12 विकासखंडों के स्कूलों के औचक निरीक्षण में 61 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गए. जिनमें 4 हेडमास्टर, 18 सहायक अध्यापक, 29 शिक्षामित्र, 09 अनुदेशक और 1 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गैर हाजिर मिले. बीएसए संतोष कुमार देव पांडे ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए सभी गैरहाजिर कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोक दिया है.
सरकार बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए लगातार कोशिशें कर रही है. तमाम ऐप और पोर्टल के जरिये शिक्षकों में सुधार की कवायदें भी की जा रही हैं, लेकिन शिक्षक स्कूलों से गायब हैं. शिक्षक समय से स्कूल पहुंच रहे हैं या नहीं, स्कूल समय पर खुल रहे हैं या नहीं इसको जांचने के लिए 18 जुलाई से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. रोजाना गैरजिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्यवाही भी हो रही है. वहीं शिक्षा महानिदेशक के निर्देश पर खण्ड शिक्षाधिकारी और जिला समन्वयकों द्वारा गुरुवार को 12 विकासखंडों के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया.
ब्लॉक कर्मचारियों पर कार्यवाही
त्रिवेदीगंज-10
हैदरगढ़-05
निंदूरा-01
बनी कोडर-02
दरियाबाद-04
फतेहपुर-10
पूरेडलई-03
रामनगर-02
सिरौलीगौसपुर-06
सूरतगंज-05
बंकी-06
हरख-07
इन विद्यालयों के कर्मचारियों पर कार्यवाही : तिभुईखेरा, पूरे देवीदास, बाकरगंज, गणेशपुर, लक्ष्मणगढ़, नरेंद्रपुर मदरहा, जौरास, निबहा, कोटवा सड़क, पाराखंदौली, ढकौली, नरगोरा, चमरौली, मियांगंज, अल्लापुरान खरौली, हिदायतपुर, मवैया, कटघरा, लहसी, गर्डी, बिखरा, भैरमपुर, मरखापुर, सतरिख देहात, होलियामऊ, नगरौरा, शरीफाबाद, मद्दीनपुर, किलोली, सिसौंदा, दुर्गापुर, सादुल्लापुर, अमेरा, सहेरा, दौलतपुर, ककरी.
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शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, हाजिरी और एमडीएम में गोलमाल रोकने के लिए प्रेरणा पोर्टल से निरीक्षण के फरमान हैं. इसके तहत जनपद स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्यों को प्रेरणा ऐप के जरिये कम से कम पांच विद्यालयों का निरीक्षण करना होता है. स्कूलों का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों को पोर्टल पर बच्चों और शिक्षकों के साथ फोटो अपलोड करना होता है. शासन के इन निर्देशों की जानकारी शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को है. बावजूद तमाम लापरवाह या तो समय से विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं या फिर गैरहाजिर हो रहे हैं.
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