बुलंदशहर: अनूपशहर थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 12 वर्षीय किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. घटना के आरोपी हरेंद्र को एसओजी ने शिमला (हिमाचल प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने दुष्कर्म के बाद किशोरी की गला दबाकर हत्या की और फिर शव को घर में गड्ढा खोदकर कर दफना दिया था. कक्षा पांच में पढ़ने वाली दिव्यांग किशोरी बोलने में असमर्थ थी. पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
दरअसल, अनूपशहर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने 28 फरवरी को थाने पर तहरीर दी थी, जिसमें उसने बताया था कि 25 फरवरी को उसकी पत्नी और दो बच्चियां घर से खेत पर काम करने के लिए गई थीं. जहां शाम करीब चार बजे उन्होंने खाना खाया था, जिसके बाद उसकी 12 वर्षीय पुत्री आसपास पीने का पानी न होने पर खेत के नजदीक स्थित हरेंद्र के घर में पानी पीने के लिए गई थी, लेकिन, इसके बाद वह वापस नहीं लौटी. शाम करीब छह बजे किशोरी की मां और बहन हरेंद्र घर में पहुंचे, लेकिन, बच्ची वहां नहीं थी.
हत्या कर शव को घर में दबाया
मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे पुलिस की एक टीम आरोपी के घर पहुंची और खोजबीन शुरू की. इस दौरान एक सिपाही का पैर घर के एक हिस्से में मामूली धंसा. शक होने पर पुलिस ने खोदाई कराई. खोदाई के बाद गड्ढे में लापता किशोरी का शव दबा मिला. वारदात के बाद परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव को मिट्टी में दबाने का आरोप लगाया. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी. सर्विलांस के माध्यम से मंगलवार देर शाम को आरोपी की लोकेशन हिमाचल प्रदेश के शिमला क्षेत्र में पाई गई. एसओजी टीम देर रात शिमला के लिए रवाना हुई और बुधवार सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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नशे की हालत में दिया वारदात को अंजाम
पूछताछ में आरोपी हरेंद्र ने बताया कि नशे की हालत में वह बहक गया और बच्ची को दबोच लिया. दुष्कर्म के बाद किशोरी का गला दबाकर हत्या कर दी थी. पहचान छिपाने के उद्देश्य से उसके चेहरे पर भारी वस्तु से वार किया, जिससे उसकी शिनाख्त न हो सके. घर में ही गड्ढा खोदकर उसने किशोरी के शव को दबा दिया और उसके सभी कपड़ों को वहीं जला दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद वह 26 फरवरी को शिमला भाग निकला था.
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मेधावी छात्रा थी दिव्यांग बच्ची
कक्षा पांच में पढ़ने वाली दिव्यांग किशोरी बोलने में असमर्थ थी, लेकिन इशारे से बात करने वाली यह बच्ची पढ़ने में होशियार और संघर्षशील स्वभाव की थी. कक्षा अध्यापक राजकुमार राघव ने बताया कि वह उस बच्ची की कर्मठता से बहुत प्रभावित थे. पढ़ाई के साथ साथ वह मां के साथ काम में भी हाथ बंटाती थी.
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में दुष्कर्म की बात कबूली है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर के हिस्सों पर चोट के निशान पाए गए हैं. पुष्टि के लिए स्लाइड भेजी गई है. आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.