बांदा : जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आज एक महिला अपने मासूम बेटे के साथ आमरण अनशन पर बैठ गई. महिला के अनुसार कुछ लोगों ने उसके खेत पर जबरन कब्जा जमा लिया है. वहीं स्थानीय पुलिस पर भी महिला ने कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया.
ये पूरा मामला नरैनी कोतवाली क्षेत्र के बड़ैछा गांव का है. जहां की रहने वाली रूखा नाम की महिला अपने बेटे के साथ आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. उसके बाद गले में एक तख्ती टांगकर अनशन पर बैठ जोर-जोर से रोने लगी. महिला ने तख्ती पर लिखा था कि 'योगी जी मैं मर रही हूं. दबंगों ने मेरी जमीन छीन ली है. मेरी कोई नहीं सुनता. पुलिस दबंगों से मिली हुई है'.
महिला की रोने की आवाज सुनकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उससे उसकी समस्या जानी. उसके बाद उसे पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर के पास ले गए. जहां पर पुलिस अधीक्षक ने महिला की समस्या को लेकर जांचकर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इस पर महिला ने अपना अनशन समाप्त कर दिया.
समस्या लेकर पहुंची रूखा नाम की महिला ने बताया कि मेरे गांव के रहने वाले चंदा, अरविंद और छोटे ने मेरे खेत पर कब्जा कर उसे छीन लिया है. अब वह खेत मुझे नहीं दे रहे हैं. खेत मांगने पर वे मुझसे मारपीट करते हैं. महिला का कहना है कि कई बार इस मामले में स्थानीय पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. खेत न होने से अब मेरे सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है. मैं एक-एक दाने के लिए परेशान हूं. इसलिए आज मैंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आकर न्याय की गुहार लगाई कि मेरी समस्या का समाधान किया जाए. जिस पर एसपी ने न्याय का आश्वासन दिया है.