बांदा: मंडल के डीआईजी कार्यालय में आज 50 की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस और क्षेत्राधिकारी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस विपक्षियों से पैसा लेकर सीधे-सादे लोगों को परेशान करती है. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस एक युवक पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर परेशान कर रही है. इस मामले में डीआईजी से मिलकर ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
साथ ही ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में सही से जांच नहीं की जाती, तो आगे ग्रामीण उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे, क्योंकि युवक पर लगाया गया मुकदमा पूरी तरह से फर्जी है.
बता दें कि मामला पैलानी थाना क्षेत्र के खपटिहा कला गांव का है. यहां के रहने वाले लोकेश वर्मा अपने परिवार और करीब 50 लोगों के साथ डीआईजी ऑफिस पहुंचे. उन्होंने गांव के ही रहने वाले गोरेलाल, प्यारेलाल, दीपू और मुन्नीलाल पर स्थानीय पुलिस से सांठ-गांठ कर खुद पर फर्जी मुकदमा लगाए जाने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया. साथ ही मामले में डीआईजी से उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की.
पीड़ित लोकेश वर्मा ने बताया कि गांव के ही रहने वाले गोरेलाल की आटा की चक्की है और मेरी भी आटे की चक्की है. इसको लेकर आपस में गोरेलाल रंजिश मानता है और गांव के लोगों से मेरी आटा चक्की में ना जाने को लेकर गलत-गलत अफवाह फैलाता है. इसी बात को लेकर एक दिन मेरी गोरेलाल से कहासुनी हो गई. इसके बाद उसने मेरे घर आकर मेरी पत्नी से अभद्रता की. फिर पुलिस से सांठगांठ कर उल्टा मेरे ऊपर फर्जी मुकदमे लगा दिया. इसलिए आज डीआईजी से मिलकर हमने न्याय की गुहार लगाई है.
पीड़िता प्रमिला ने बताया कि मेरे पति लोकेश से कुछ दिन पहले गांव के ही रहने वाले गोरेलाल, मुन्नीलाल, प्यारेलाल और दीपू से एक विवाद हो गया था. इसके बाद हमने थाने में जाकर शिकायत की, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक दिन ये लोग मेरे घर आए और मुझसे अभद्रता की और मेरे पति को मारने की धमकी दी. जब मैं चौकी और थाने पर शिकायत लेकर पहुंची तो मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई और मुझे वहां से भगा दिया गया.
पीड़िता ने कहा कि यही नहीं, मेरे पति पर ही इन्होंने पुलिस की मिलीभगत से साठगांठ कर फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए और अब हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए आज डीआईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाते हुए हमने इस मामले में जांच किए जाने की मांग की है. अगर हम दोषी हैं तो हमारे खिलाफ कार्रवाई की जाए. अन्यथा मेरे पति के ऊपर लगे फर्जी मुकदमे हटाए जाएं.
डीआईजी के. सत्यनारायण ने बताया कि कुछ लोग अपनी समस्याओं को लेकर यहां आए थे. जिस पर हम इस मामले की जांच करवाएंगे और जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे, उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.