बांदा : जिले में ठंड से बचाव ही एक परिवार के लिए जानलेवा साबित हुआ. अलाव की चिंगारी से मकान में लगी आग में मां और तीन मासूमों की जिंदा जलकर मौत हो गई. सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर किसी तरह काबू पाया, लेकिन तब तक पूरा घर जलकर खाक हो गया. मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर सभी मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
परिवार को नहीं बचा सके ग्रामीण
यह दर्दनाक हादसा मरका थाना क्षेत्र के दुबे का पुरवा से सामने आया है, जहां घर में लगी आग ने कल्लू प्रजापति के पूरे परिवार को मौत के आगोश में सुला दिया. कल्लू राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करता है और उसकी पत्नी संगीता अपने तीन बच्चों अंजली, आशीष और छोटी के साथ रहती थी. रात में वह अपने बच्चों को लेकर एक कमरे में सो गई थी, जहां आज सुबह लगभग 5 बजे ग्रामीणों ने इसके घर से आग की लपटें और धुआं उठते देखा तो शोर मचाया, लेकिन आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि कोई भी ग्रामीण घर के अंदर फंसे लोगों को बचाने नहीं पहुंच सका.
ग्रामीणों की मदद से हटाया गया मलब
लोगों ने फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी दी और जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंच पाती, तब तक घर के अंदर फंसे चारों लोग जिंदा जलकर खाक हो चुके थे. आग बुझाने के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाया और सभी के शवों को कड़ी मशक्कत से मलबे से बाहर निकाला, जिसमें 2 बच्चों के कुछ ही अंग मलबे से बरामद हुए. वहीं घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके का जायजा लेने पहुंचे व घटना की जानकारी राजस्थान में रह रहे कल्लू को दी.
'आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है'
पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रसाद चौहान ने बताया कि आज मरका थाना क्षेत्र के दुबे का पुरवा गांव में आग लगने से एक महिला समेत तीन बच्चों की मौत की जानकारी मिली. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा सभी मृतकों के शवों को निकाला गया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा. आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है.