बांदा: जिला पूर्ति कार्यालय में बुधवार को ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के बैनर तले कोटेदारों ने राशन वितरण में उपयोग की जाने वाली ई-पॉस मशीनों को जमा कर दिया. दरअसल ई-पॉस मशीनों में दिक्कतें आ रही थीं, जिसके चलते कोटेदारों ने मशीनों को विभाग में जमा करा दिया और विभाग से सही करवाने की मांग भी की.
वहीं इस मामले पर बात करते हुए कोटेदार रवीन्द्र गुप्ता ने बताया कि सरकार ने राशन वितरण के लिए ई-पॉस मशीनें दी थीं, लेकिन मशीनों के रखरखाव के लिए किसी भी तरह के कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. जिसके चलते कोटेदार अपने पास से पैसे खर्च कर इनका मेंटेनेंस कर रहे हैं. वहीं मशीनों के मेंटेनेंस पर करीब 2 हजार रुपये का खर्च आता है. कोटेदार ने बताया कि कोटेदारों की आमदनी प्रतिमाह लगभग 7 हजार रुपये तक होती है, ऐसे में अगर कोटेदार इन मशीनों पर 2 हजार रुपये तक खर्च करेगा तो उसका जीवनयापन करना मुश्किल होगा.
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पूरे मामले को लेकर जिला पूर्ति कार्यालय के पूर्ति निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि एक कंपनी के माध्यम से 2 साल पहले मशीनें वितरित की गई थीं और यह मशीनें अब पुरानी हो चुकी हैं. मशीनों में नेटवर्किंग और बैटरी की समस्या आ रही है. उन्होंने कहा कि यह मशीनें बदलनी चाहिए, लेकिन कंपनी और सरकार का टाईअप है, जिसकी वजह से कुछ समस्याएं आ रही हैं. वहीं इंजीनियर बुलाकर मशीनों को ठीक करा लिया जाएगा.