बांदा: जिले के एक गांव में से 15 दिन पहले अचानक 5 साल का बच्चा लापता हो गया था. बच्चे को ढूंढने के लिए जब परिजनों ने पुलिस से मांग की तो पुलिस वालों ने परिजनों पर ही बच्चे की हत्या करने और उसको गायब करने का आरोप लगा दिया. पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर बच्चे के परिवार के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर इस मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगाया. वहीं इस मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी ने बताया कि इस केस की जांच दूसरे थाने को दी गयी है और जल्द ही बच्चे को बरामद किया जाएगा.
मामला बिसंडा थाना क्षेत्र के सिंहपुर इलाके के केवटन पुरवा मजरे का है. यहां रहने वाले राजकरण का 5 साल का बेटा आशीष 23 सितंबर की शाम को गांव की स्कूल के पास खेल रहा था और अचानक गायब हो गया. इसके बाद बच्चा नहीं मिला तो परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर लिया. 15 दिन बीत जाने के बाद भी जब बच्चे का कहीं सुराग नहीं मिला. पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लिया था और पूछताछ भी की थी लेकिन बच्चा नहीं मिला.
परिजनों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस इस मामले में गंभीर नहीं है. पुलिस हम लोगों पर बच्चे को गायब करने और मारने का आरोप लगा रही है. इससे परेशान परिजन शुक्रवार को बांदा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने न्याय की गुहार लगायी.
पूरे मामले में क्षेत्राधिकारी आरके सिंह ने कहा कि बिसंडा थाना क्षेत्र के सिंहपुर इलाके के केवटन पुरवा गांव से कुछ ग्रामीण 5 साल के बच्चे की गुमशुदगी के मामले को लेकर आए थे. इन लोगों ने आरोप भी लगाए गए हैं, जिसको लेकर जांच की जा रही है. इस मामले में 363 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. परिजनों की मांग पर हमने इस मामले की जांच बबेरू कोतवाली पुलिस को सौंपी है और जल्द ही बच्चे को ढूंढ निकाला जाएगा.