बांदा: जहां एक तरफ प्रदेश सरकार बुंदेलखंड को 20 घंटे बिजली देने की बात कह रही है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सरकार के दावों की उस समय पोल खुल गई, जब जिले के प्रभारी मंत्री जिला अस्पताल में मरीजों को फल वितरण करने गए. यहां मंत्री जी को अंधेरे में ही मरीजों को टॉर्च जलाकर फल वितरण करना पड़ा. यही नहीं फल वितरण के दौरान जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर भी मरीजों के तीमारदारों ने मंत्री से शिकायत की.
क्या है पूरा मामला
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को बीजेपी सेवा सप्ताह के रूप में मना रही है.
- मंगलवार को बांदा में प्रभारी मंत्री लाखन सिंह, सांसद आरके सिंह पटेल और स्थानीय विधायक प्रकाश द्विवेदी के साथ जिला अस्पताल पहुंचे.
- जिला अस्पताल में प्रभारी मंत्री ने मरीजों को फल का वितरण करना था.
- बिजली न होने के कारण प्रभारी मंत्री को मरीजों को अंधेरे में फल वितरण करना पड़ा.
- फल वितरण कार्यक्रम जैसे ही खत्म हुआ और वे अस्पताल के बाहर आए.
तीमारदारों ने लगाए रिश्वत मांगने का आरोप
- प्रभारी मंत्री के बाहर आते ही मरीजों के तीमारदारों ने उन्हें घेर लिया और अस्पताल के स्टाफ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
- तीमारदारों ने डॉक्टरों द्वारा उनसे रिश्वत लिए जाने का आरोप लगाया.
- इस पर प्रभारी मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ को जमकर फटकार लगाई और वहां मौजूद जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग की.
प्रदेश सरकार बुंदेलखंड को समुचित बिजली दे रही है. कुछ समय के लिए बिजली चली गई थी और यहां पर जनरेटर का प्रबंध नहीं था. प्रदेश सरकार ज्यादा से ज्यादा बिजली देने का कार्य कर रही है.
लाखन सिंह राजपूत, प्रभारी मंत्री