बांदा: जिले के एक प्राचीन तालाब में आज लाखों की तादात में मछलियां मरी हुई मिलने से हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर मत्स्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की. जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इस तालाब में या तो किसी अराजक तत्वों ने जहरीला पदार्थ मिला दिया जिसके चलते मछलियों की मौत हुई है. या फिर तालाब में गंदगी जाने के चलते उसका पानी विषैला हो गया, जिसके चलते मछलियों की मौत हो गई. फिलहाल अधिकारी तालाब से मरी हुई मछलियों को निकलवाने का काम कर रहे हैं. वहीं तालाब के दूसरे क्षेत्रों की सफाई करवाने का भी काम किया जा रहा है.
शहर के छाबी तालाब का मामला
पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के छाबी तालाब का है. यह तालाब बहुत प्राचीन तालाब है. बताया जाता है कि महाभारत काल में पांडव इस तालाब में स्नान किया करते थे. यह तालाब पुरातत्व के अधीन है. जिसमें मछलियों के पालन का किसी भी तरह का ठेका नहीं दिया जाता. बुधवार को इस तालाब में लाखों की संख्या में मरी हुई मछलियां उतराती हुई पाई गई हैं. जिसके बाद मछलियों के मरने के कारणों की जांच की जा रही है.
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तालाब में विषैला पदार्थ जाने से मरी मछलियां
स्थानीय शोभाराम कश्यप ने बताया कि शहर के अंदर एक तालाब स्थित है. जिसका नाम छाबी तालाब है और यह बहुत प्राचीन तालाब है. यह तालाब पुरातत्व के अधीन है और यहां पर स्वतः पैदा होने वाली लाखों की तादात में मछलियां हैं. लेकिन बुधवार को इस तालाब में लाखों की संख्या में मरी हुई मछलियां मिली है. आशंका जताई जा रही है कि या तो इसमें अराजकतत्वों ने विषैला पदार्थ मिला दिया. या फिर तालाब में गंदगी जाने के चलते तालाब का पानी विषैला हो गया. जिसके चलते मछलियों की मौत हो गई. इस बारे में हमने अधिकारियों को सूचित किया है और मामले की जांच हो रही है.