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बांदा: हड़ताल पर बैठीं मेडिकल कॉलेज की संविदा स्टाफ नर्स, मरीज परेशान - banda medical college contract staff nurse on strike

बांदा मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मी स्टाफ नर्स तीन दिनों से धरने पर बैठी हैं. उनका आरोप है कि कई महीनों से उनका वेतन रोक दिया गया है, जिसके कारण वे हड़ताल पर बैठने को मजबूर हैं.

हड़ताल पर बैठीं मेडिकल कॉलेज की संविदा स्टाफ नर्स
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Published : Oct 9, 2019, 11:19 PM IST

बांदा: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत संविदा कर्मी स्टाफ नर्सों ने सारा कामकाज बंद कर हड़ताल पर बैठ गई हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं और मरीज परेशान हैं. इनका कहना है कि कई महीनों से इनकी सैलरी रोक दी गई है. इनकी मांग है कि इनका रुका हुआ वेतन दिया जाए.

हड़ताल पर बैठीं मेडिकल कॉलेज की संविदा स्टाफ नर्स

वेतन रोके जाने पर संविदा स्टाफ नर्सें हड़ताल पर
बांदा जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में पिछले तीन दिनों से लगभग 200 संविदा स्टाफ नर्सों ने सारा कामकाज बंद कर कॉलेज परिसर में हड़ताल पर बैठी हैं. इनका कहना है कि कई महीनों से इनका वेतन रोक दिया गया है. इनकी मांग है कि इनका रुका वेतन दिया जाए.

पहले की कंपनी इन्हें 20 हजार रुपये के हिसाब से सैलरी देती थी, लेकिन अब नई कंपनी इन्हें लगभग 16 हजार रुपये का ही भुगतान कर रही है, जो गलत है. ऐसी स्थिति में यह सभी लोग काम नहीं करेंगे. धरने पर बैठे नर्सों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर भी मामले में गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया है.

बांदा: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत संविदा कर्मी स्टाफ नर्सों ने सारा कामकाज बंद कर हड़ताल पर बैठ गई हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं और मरीज परेशान हैं. इनका कहना है कि कई महीनों से इनकी सैलरी रोक दी गई है. इनकी मांग है कि इनका रुका हुआ वेतन दिया जाए.

हड़ताल पर बैठीं मेडिकल कॉलेज की संविदा स्टाफ नर्स

वेतन रोके जाने पर संविदा स्टाफ नर्सें हड़ताल पर
बांदा जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में पिछले तीन दिनों से लगभग 200 संविदा स्टाफ नर्सों ने सारा कामकाज बंद कर कॉलेज परिसर में हड़ताल पर बैठी हैं. इनका कहना है कि कई महीनों से इनका वेतन रोक दिया गया है. इनकी मांग है कि इनका रुका वेतन दिया जाए.

पहले की कंपनी इन्हें 20 हजार रुपये के हिसाब से सैलरी देती थी, लेकिन अब नई कंपनी इन्हें लगभग 16 हजार रुपये का ही भुगतान कर रही है, जो गलत है. ऐसी स्थिति में यह सभी लोग काम नहीं करेंगे. धरने पर बैठे नर्सों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर भी मामले में गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया है.

Intro:SLUG- हड़ताल पर गए मेडिकल कालेज के संविदा स्टाफ नर्स, मरीज परेशान 
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 09-10-19
ANCHOR- बांदा राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत संविदा कर्मी स्टाफ नर्सों ने सारा कामकाज बंद कर दिया है और सभी हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं लोग परेशान हैं। इनकी मांग है कि कई महीनों से इनकी रुकी सैलरी को पहले की तरह ही दी जाए जितना पहले दिया जाता था। क्योकि नयी कम्पनी अब इन्हे उतनी सैलरी न देकर सैलरी में कटौती पर कम सैलरी दे रही है।
Body:
वीओ- आपको बता दें कि बांदा राजकीय मेडिकल कॉलेज में पिछले 3 दिनों से लगभग 2 सैकड़ा संविदा स्टाफ नर्स पद पर कार्यरत लोगों ने सारा कामकाज बंद कर दिया है। और मेडिकल कॉलेज परिसर में हड़ताल में बैठे हैं इनकी मांग है कि इनकी कई महीनों से रुकी सैलरी को दिया जाए। पहले की कंपनी इन्हें 20 हजार रूपये के हिसाब से सैलरी देती थी। मगर अब नई कंपनी इन्हें लगभग 16 हजार रूपये का ही भुगतान कर रही है जो गलत है। और ऐसी स्थिति में यह सभी लोग काम नहीं करेंगे। इन्होंने मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर भी मामले में गंभीर ना होने का आरोप लगाया है और कहा है कि पिछले 3 दिनों से लोग धरने पर बैठे हैं मगर मेडिकल कॉलेज का प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है ।
Conclusion:
वीओ- स्टाफ नर्स ने बताया कि यह लोग पहले अवनी परिधि कंपनी से आउटसोर्सिंग के माध्यम से यहां पर नियुक्त हुए थे। और उन्हें 20 हजार रूपये प्रति महीने के हिसाब से सैलरी मिल रही थी। लेकिन पिछले 5 महीनों से इन्हें सैलरी नहीं दी जा रही थी जिस पर जब पिछले महीने विरोध किया गया तब इन्हें 2 महीने की सैलरी दी गई थी। फिर भी अभी सभी की 3 माह की सैलरी बकाया है और अब बताया जा रहा है कि नई कंपनी ने 16 हजार रूपये के हिसाब से भुगतान करेगी जिस पर यह लोग सहमत नहीं है उन्होंने बताया कि 16 हजार रूपये के हिसाब से यह लोग सैलरी नहीं लेंगे और धरने पर बैठे रहेंगे ।

बाइट: आशा पांडेय, संविदा स्टाफ नर्स
बाइट: अर्चना द्विवेदी, इंचार्ज संविदा नर्स
बाइट: रोमा, संविदा स्टाफ नर्स

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BANDA 
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