ETV Bharat / state

बांदा में 22 साल बाद भी कब्र में सही सलामत मिला शव

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में 22 साल पहले दफन एक व्यक्ति का शव कब्रिस्तान से मिला है. दरअसल, बुधवार को हुई बारिश के बाद कब्र के ऊपर से मिट्टी बह गई. मिट्टी बह जाने के बाद कपड़ा दिखने लगा. स्थानीय लोगों ने शव की पहचान की तो शव 22 साल पहले दफनाए गए व्यक्ति का पाया गया.

कब्रिस्तान से मिला शव
author img

By

Published : Aug 22, 2019, 3:24 PM IST

बांदा: बबेरू थाना क्षेत्र में करीब 22 साल पहले दफन किए गए व्यक्ति का शव कब्र से सही सलामत पाया गया है, जो चर्चा का विषय बना है. दरअसल, बारिश के चलते कब्रिस्तान में एक जगह मिट्टी धंस गई और उसमें एक कपड़ा दिखाई दे रहा था. स्थानीय लोगों ने उसकी खुदाई की, तो पता चला कि यहां पर 22 साल पहले एक व्यक्ति को दफनाया गया था और यह उसी का शव है. इसके बाद शव को कब्र से निकालकर उसका फिर से जनाजा निकाला गया और उसे दूसरी जगह दफन किया.

22 साल बाद कब्रिस्तान से सही सलामत मिला शव.

क्या है मामला

  • बबेरू कोतवाली कस्बे के अतर्रा रोड स्थित घसीला तालाब के पास कब्रिस्तान में बारिश की वजह से एक कब्र खुल गई.
  • स्थानीय लोगों को मामले की जानकारी हुई तो वहां लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया.
  • जब कब्रिस्तान कमेटी और स्थानीय बुजुर्ग मौलाना वहां पहुंचे तो उस कब्र को खुदकर कपड़े में बंधे शव को बाहर निकलवाया गया.
  • इसके बाद पता चला कि यह कब्र नसीर अहमद नाम के व्यक्ति की है, जो बिसंडा थाना क्षेत्र के कोर्रही का रहने वाला था.
  • नजीर अहमद को 22 साल पहले इस कब्रिस्तान में दफनाया गया था.
  • शव की शिनाख्त होने के बाद लोगों ने दोबारा कब्र खोदकर फिर से जनाजा निकाला और शव को दफनाया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह कब्र नजीर की है, जिसकी मौत 22 साल पहले हो गई थी. उन्होंने बताया कि नजीर बबेरू कस्बे में बाल काटने की दुकान खोले हुए थे.

बांदा: बबेरू थाना क्षेत्र में करीब 22 साल पहले दफन किए गए व्यक्ति का शव कब्र से सही सलामत पाया गया है, जो चर्चा का विषय बना है. दरअसल, बारिश के चलते कब्रिस्तान में एक जगह मिट्टी धंस गई और उसमें एक कपड़ा दिखाई दे रहा था. स्थानीय लोगों ने उसकी खुदाई की, तो पता चला कि यहां पर 22 साल पहले एक व्यक्ति को दफनाया गया था और यह उसी का शव है. इसके बाद शव को कब्र से निकालकर उसका फिर से जनाजा निकाला गया और उसे दूसरी जगह दफन किया.

22 साल बाद कब्रिस्तान से सही सलामत मिला शव.

क्या है मामला

  • बबेरू कोतवाली कस्बे के अतर्रा रोड स्थित घसीला तालाब के पास कब्रिस्तान में बारिश की वजह से एक कब्र खुल गई.
  • स्थानीय लोगों को मामले की जानकारी हुई तो वहां लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया.
  • जब कब्रिस्तान कमेटी और स्थानीय बुजुर्ग मौलाना वहां पहुंचे तो उस कब्र को खुदकर कपड़े में बंधे शव को बाहर निकलवाया गया.
  • इसके बाद पता चला कि यह कब्र नसीर अहमद नाम के व्यक्ति की है, जो बिसंडा थाना क्षेत्र के कोर्रही का रहने वाला था.
  • नजीर अहमद को 22 साल पहले इस कब्रिस्तान में दफनाया गया था.
  • शव की शिनाख्त होने के बाद लोगों ने दोबारा कब्र खोदकर फिर से जनाजा निकाला और शव को दफनाया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह कब्र नजीर की है, जिसकी मौत 22 साल पहले हो गई थी. उन्होंने बताया कि नजीर बबेरू कस्बे में बाल काटने की दुकान खोले हुए थे.

Intro:SLUG- 22 साल पहले दफन किये गए व्यक्ति का सही सलामत कफ़न में लिपटा मिला शव
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 22-08-19
ANCHOR- बांदा में 22 साल पहले एक कब्रिस्तान में दफन किये गए व्यक्ति का शव सहीसलामत पाया गया है। जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल बारिश के चलते कब्रिस्तान में एक जगह मिटटी धस गयी थी और एक कपड़ा उसमे दिखाई दे रहा था। जिस पर लोगों ने वहां पर खुदाई की तो मासूम हुआ की यहाँ पर 22 साल पहले व्यक्ति को दफनाया गया था और यह उसी का शव है। फिलहाल लोगों ने शव को कब्र से निकालकर उसका फिर से जनाजा निकाला और उसे दूसरी जगह दफन किया।
Body:
वीओ - आपको बता दें की पूरा मामला बबेरू कोतवाली कस्बे के अतर्रा रोड स्थित घसीला तालाब के पास की कब्रिस्तान का है जहाँ पर कल बुधवार की देर शाम बारिश के पानी के बहाव के कारण एक कब्र खुल गयी। जिसमे एक जनाजा दिखाई देने लगा था। लोगों को जैसे ही मामले की जानकारी हुई वहां पर इलाके के लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। और जब कब्रिस्तान कमेटी व बुजुर्ग मौलाना लोग वहां पहुंचे तो उस कब्र को खुदवाया और सफ़ेद कपडे में बंधे शव को बाहर निकलवाया । जिसमे यह जानकारी मिली की यह कब्र नसीर अहमद नाम के व्यक्ति की है जो बिसंडा थाना क्षेत्र के कोर्रही के रहने वाले थे और इन्हे 22 साल पहले यहाँ दफनाया गया था। इसके बाद लोगब ने दूसरी कब्र खुदवाकर फिर से जनाजा निकालकर शव को दफनाया।
Conclusion:
वीओ - लोगों ने बताया की यह कब्र नसीर की है जिसकी मौत 22 साल पहले 55 वर्ष की आयु में हुई थी ये यहाँ बबेरू कस्बे में बाल काटने की दूकान खोले हुए थे। इतने साल बाद भी शव सहीसलामत मिला है। और हमारे यहाँ कहा गया है की नबी मोहम्मद के गुलामों का कफ़न मैला नहीं हो सकता। और आज नसीर के इतने साल के बाद मिले कफ़न में लिपटे शव से यह जाहिर भी होता है।

बाइट : नईमुद्दीन, मौलाना
बाइट : मो. इस्माईल, मृतक के दूर के रिश्तेदार

ANAND TIWARI
BANDA
9795000076
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.