बांदा: लाखों रुपये की कीमत से बने चेकडैम में हुए घोटाले को लेकर अब वहां काम करने वाली महिलाओं ने सत्याग्रह शुरू कर दिया है. बीती रात गांव के बाहर जंगल में बने चेकडैम पर सत्याग्रह कर रही महिलाओं के साथ गांव के ही कुछ अराजक तत्वों ने शराब पीकर अभद्रता की. बताया जा रहा है कि मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, लेकिन जब उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया तब सीओ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोषियों को हिरासत में लिया.
जानें क्या है पूरा मामला
ये मामला नरैनी कोतवाली क्षेत्र के नीबी गांव का है, जहां पर लगभग 12 लाख रुपए की कीमत के एक चेकडैम का निर्माण हुआ है. लेकिन चेकडैम पर काम करने वाली महिलाओं का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से मानकों को ताक पर रखकर इस डैम का निर्माण किया गया है. महिलाओं ने जब इसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए तो ठेकेदार ने उनके साथ अभद्रता की और मजदूरी भी नहीं दी.
महिलाओं का सत्याग्रह
चेकडैम के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर चेकडैम में काम करने वाली महिलाओं ने सत्याग्रह करने की बात कही. महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को सत्याग्रह की पहले ही जानकारी दे दी थी, लेकिन फिर भी अधिकारियों ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं कराया और न ही कोई कार्रवाई की. इतना ही नहीं, महिलाओं का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ठेकेदार से मिली हुई है.
जानकारी मिली थी कि यहां पर कुछ महिलाएं चेकडैम निर्माण की जांच कराने को लेकर अनशन कर रही हैं और कुछ लोगों ने इनसे अभद्रता की है, जिस पर छापेमारी करते हुए 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
-कुलदीप गुप्ता, क्षेत्राधिकारी