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किसानों का बकाया भुगतान न करने पर बजाज चीनी मिल पर चला योगी का डंडा, 50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति कुर्क

किसानों की मेहनत को डकार कर बैठी बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल लिमिटेड को यूपी सरकार ने अनुशासन का पाठ पढ़ा दिया. चेतावनी के बाद भी किसानों का करोड़ों रुपये दबा कर बैठी मिल के खिलाफ सीएम योगी के आदेश पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.

बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
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Published : Sep 23, 2021, 7:33 PM IST

बलरामपुरः उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में किसानों का करोड़ों रुपये डकार कर बैठी बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल लिमिटेड की इटई मैदा यूनिट पर अब योगी सरकार का डंडा चल गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर जिला प्रशासन ने मिल के खिलाफ कार्रवाई की. उतरौला के एसडीएम ने बजाज चीनी मिल पहुंचकर, उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाली 50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति कुर्क की है.

जिले के उतरौला क्षेत्र में स्थित बजाज चीनी मिल की जब शुरुआत हुई तो इस इलाके के किसानों में खुशी की लहर थी. किसानों को लगा था कि वह अब कम लागत के साथ वह अपने गन्ने को सीधे मिल को बेच सकेंगे. जल्द की भुगतान ले सकेंगे, लेकिन शुरुआत में सब कुछ बेहतर दिखाने की कोशिश करने वाली बजाज चीनी मिल की दिशा-दशा, व्यवस्था कुछ ही सालों में बिल्कुल बदल गयी.

बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई



छोटे, सीमांत या बड़े किसान अब बजाज चीनी मिल की हीलाहवाली के कारण परेशान हैं. हर किसी के मेहनत की कमाई को महीनों रोक कर रखना, इस मिल की आदत बन चुकी है. अभी चीनी मिल किसानों का 123 करोड़ रुपये डकार कर बैठी हुई है, जिसके लिए समय-समय पर नेताओं की अगुवाई में किसानों द्वारा आंदोलन किया जाता रहा है.


गन्ना किसानों की आवाज को योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सुनकर जिला प्रशासन को किसी भी कीमत पर गन्ना किसानों को उनका बकाया भुगतान दिलाने का आदेश दिया था. जिसपर कार्रवाई करते हुए उतरौला के बजाज चीनी मिल इटई मैदा को 123 करोड़ रुपये की आरसी जारी कर, भुगतान करने के लिए अंतिम अवसर दिया था. मिल द्वारा इसे हवाहवाई आदेश समझते हुए, किसानों को कोई भुगतान नहीं किया था.

बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई



भुगतान न होने पर आज जिलाधिकारी श्रुति के निर्देश पर एसडीएम उतरौला डॉ. नागेंद्रनाथ यादव द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए, बजाज चीनी मिल की 50 करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति कुर्क की गई है. इस कुर्क की गई सम्पत्ति में 94 हजार कुंतल चीनी, 3 कंटेनर सिरा और चीनी मिल के पास उपलब्ध भूमि शामिल है. एसडीएम द्वारा चीनी मिल की बाउंड्री के बाहर स्थित जमीन को चिन्हित कर लाल झंडी लगवा कर कुर्क करने की कार्रवाई की गई.



पूरे मामले पर उतरौला एसडीएम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव ने बताया की जिलाधिकारी के आदेश पर आज इटई मैदा स्थित बजाज चीनी मिल की कुल 50 करोड़ रुपये की अनुमानित कीमत के संपत्ति को कुर्क किया गया है. इसमें 94 हज़ार कुंतल चीनी, 3 कंटेनर सीरा, साथ ही बाउंड्री के बाहर की जमीन में शामिल हैं. शेष बकाया धनराशि न देने पर अन्य संपत्तियों की भी इसी तरह कुर्की की जाएगी.

पढ़ें- उत्तर प्रदेश में निवेश का अनुकूल माहौल, सिंगापुर उच्चायुक्त ने मास्टर प्लान की भी तारीफ की

बलरामपुरः उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में किसानों का करोड़ों रुपये डकार कर बैठी बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल लिमिटेड की इटई मैदा यूनिट पर अब योगी सरकार का डंडा चल गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर जिला प्रशासन ने मिल के खिलाफ कार्रवाई की. उतरौला के एसडीएम ने बजाज चीनी मिल पहुंचकर, उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाली 50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति कुर्क की है.

जिले के उतरौला क्षेत्र में स्थित बजाज चीनी मिल की जब शुरुआत हुई तो इस इलाके के किसानों में खुशी की लहर थी. किसानों को लगा था कि वह अब कम लागत के साथ वह अपने गन्ने को सीधे मिल को बेच सकेंगे. जल्द की भुगतान ले सकेंगे, लेकिन शुरुआत में सब कुछ बेहतर दिखाने की कोशिश करने वाली बजाज चीनी मिल की दिशा-दशा, व्यवस्था कुछ ही सालों में बिल्कुल बदल गयी.

बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई



छोटे, सीमांत या बड़े किसान अब बजाज चीनी मिल की हीलाहवाली के कारण परेशान हैं. हर किसी के मेहनत की कमाई को महीनों रोक कर रखना, इस मिल की आदत बन चुकी है. अभी चीनी मिल किसानों का 123 करोड़ रुपये डकार कर बैठी हुई है, जिसके लिए समय-समय पर नेताओं की अगुवाई में किसानों द्वारा आंदोलन किया जाता रहा है.


गन्ना किसानों की आवाज को योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सुनकर जिला प्रशासन को किसी भी कीमत पर गन्ना किसानों को उनका बकाया भुगतान दिलाने का आदेश दिया था. जिसपर कार्रवाई करते हुए उतरौला के बजाज चीनी मिल इटई मैदा को 123 करोड़ रुपये की आरसी जारी कर, भुगतान करने के लिए अंतिम अवसर दिया था. मिल द्वारा इसे हवाहवाई आदेश समझते हुए, किसानों को कोई भुगतान नहीं किया था.

बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई
बजाज चीनी मिल के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई



भुगतान न होने पर आज जिलाधिकारी श्रुति के निर्देश पर एसडीएम उतरौला डॉ. नागेंद्रनाथ यादव द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए, बजाज चीनी मिल की 50 करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति कुर्क की गई है. इस कुर्क की गई सम्पत्ति में 94 हजार कुंतल चीनी, 3 कंटेनर सिरा और चीनी मिल के पास उपलब्ध भूमि शामिल है. एसडीएम द्वारा चीनी मिल की बाउंड्री के बाहर स्थित जमीन को चिन्हित कर लाल झंडी लगवा कर कुर्क करने की कार्रवाई की गई.



पूरे मामले पर उतरौला एसडीएम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव ने बताया की जिलाधिकारी के आदेश पर आज इटई मैदा स्थित बजाज चीनी मिल की कुल 50 करोड़ रुपये की अनुमानित कीमत के संपत्ति को कुर्क किया गया है. इसमें 94 हज़ार कुंतल चीनी, 3 कंटेनर सीरा, साथ ही बाउंड्री के बाहर की जमीन में शामिल हैं. शेष बकाया धनराशि न देने पर अन्य संपत्तियों की भी इसी तरह कुर्की की जाएगी.

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