ETV Bharat / state

बलरामपुर में बाढ़ का कहर, ग्राम प्रधान सहित दो की मौत - यूपी समाचार

जिले में आसमान से आफत बरस रही है तराई का पूरा इलाका जलमग्न है. जिले में रविवार को हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में लापता हुए पूर्व ग्राम प्रधान का शव गन्ने के खेतों से एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने बरामद किया है. वहीं, इस बाढ़ के कारण एक बच्चे की भी मौत हो गई है.

बलरामपुर में बाढ़ का कहर.
author img

By

Published : Jun 25, 2019, 10:43 PM IST

बलरामपुर: जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिले आसमान की तरह बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं और आसमान उन्हें बार-बार निराश कर रहा है. वहीं जिले में रविवार को हुई 12 घंटे की बारिश से पूरे जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं. बाढ़ से जिला मुख्यालय से तराई क्षेत्र व तुलसीपुर क्षेत्र का संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है.

बलरामपुर में बाढ़ का कहर.

जिले का तराई इलाका हुआ जलमग्न:

  • जिले में रविवार को हुई महज 12 घंटे बारिश से ही पूरा जिला जलमग्न हो गया है.
  • तराई क्षेत्रों में पहाड़ी नालों से आये पानी से लोगों के खेतों-घरों में पानी घुस चुका है.
  • जिले के 50 से 60 गांव जो तराई क्षेत्र में पड़ते हैं वह पूरी तरह से जल मग्न दिखाई दे रहे हैं.
  • ग्रामीण सड़कों के किनारे रहकर अपना जीवन यापन करने पर मजबूर हैं.
  • ललिया क्षेत्र में बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी.
  • मकुंनहवा के पूर्व ग्राम प्रधान चेतराम वर्मा अपने चार साथियों के साथ ट्रैक्टर से उन्हें बचाने के लिए निकले थे.
  • ललिया क्षेत्र के पास पानी का अंदाजा न लग पाने के कारण ट्रैक्टर गहरे गड्ढे में चली गई और पांचों बाढ़ के पानी में बह गए.
  • चार लोग किसी तरह ग्रामीणों की मदद से तैर कर बाहर आ गए, जबकि ग्राम प्रधान लापता हो गए थे.

जिले में हुई भारी बारिश के कारण जिले के 50 से 60 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए. कुछ ललिया क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोगों के फंसे होने की सूचना रविवार को आई थी. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसबीआई आरएसपी टीम ने उन्हें बचा लिया था. जबकि अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली से जा रहे, ग्राम प्रधान सहित उनके 5 साथी पानी के तेज बहाव में बह गए थे.
-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी, बलरामपुर

पूर्व ग्राम प्रधान के लापता होने की खबर मिलते ही एसडीआरएफ पुलिस व प्रशासन की टीम में उनकी तलाश में जुट गई थी. दो दिन की लगातार तलाश के बाद ग्राम प्रधान का शव गन्ने के खेतों के बीच फंसा मिला. पुलिस ने फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

बलरामपुर: जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिले आसमान की तरह बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं और आसमान उन्हें बार-बार निराश कर रहा है. वहीं जिले में रविवार को हुई 12 घंटे की बारिश से पूरे जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं. बाढ़ से जिला मुख्यालय से तराई क्षेत्र व तुलसीपुर क्षेत्र का संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है.

बलरामपुर में बाढ़ का कहर.

जिले का तराई इलाका हुआ जलमग्न:

  • जिले में रविवार को हुई महज 12 घंटे बारिश से ही पूरा जिला जलमग्न हो गया है.
  • तराई क्षेत्रों में पहाड़ी नालों से आये पानी से लोगों के खेतों-घरों में पानी घुस चुका है.
  • जिले के 50 से 60 गांव जो तराई क्षेत्र में पड़ते हैं वह पूरी तरह से जल मग्न दिखाई दे रहे हैं.
  • ग्रामीण सड़कों के किनारे रहकर अपना जीवन यापन करने पर मजबूर हैं.
  • ललिया क्षेत्र में बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी.
  • मकुंनहवा के पूर्व ग्राम प्रधान चेतराम वर्मा अपने चार साथियों के साथ ट्रैक्टर से उन्हें बचाने के लिए निकले थे.
  • ललिया क्षेत्र के पास पानी का अंदाजा न लग पाने के कारण ट्रैक्टर गहरे गड्ढे में चली गई और पांचों बाढ़ के पानी में बह गए.
  • चार लोग किसी तरह ग्रामीणों की मदद से तैर कर बाहर आ गए, जबकि ग्राम प्रधान लापता हो गए थे.

जिले में हुई भारी बारिश के कारण जिले के 50 से 60 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए. कुछ ललिया क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोगों के फंसे होने की सूचना रविवार को आई थी. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसबीआई आरएसपी टीम ने उन्हें बचा लिया था. जबकि अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली से जा रहे, ग्राम प्रधान सहित उनके 5 साथी पानी के तेज बहाव में बह गए थे.
-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी, बलरामपुर

पूर्व ग्राम प्रधान के लापता होने की खबर मिलते ही एसडीआरएफ पुलिस व प्रशासन की टीम में उनकी तलाश में जुट गई थी. दो दिन की लगातार तलाश के बाद ग्राम प्रधान का शव गन्ने के खेतों के बीच फंसा मिला. पुलिस ने फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

Intro:एंकर : उत्तर प्रदेश के कुल जिले आते हैं जहां पर पानी के लाले पड़े हुए हैं। वहीं, इस बलरामपुर में आसमान से आफत बरस रही है तराई का पूरा इलाका जलमग्न है। जिससे ग्रामीणों की जान सांसत में फंसी हुई है। जिले में रविवार को हुई भारी बारिश के कारण पहाड़ी नालों में आएं बाढ़ में लापता हुए पूर्व ग्राम प्रधान का शव आज गन्ने के खेतों से एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने बरामद किया है। वहीं, इस बार के कारण एक बच्चे की भी मौत हो गई है।Body:वीओ : जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिले आसमान की तरह बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं और आसमान उन्हें बार बार निराश कर रहा है। वहीं, बलरामपुर में रविवार को हुई 12 घंटे की बारिश में पूरे जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं। बाढ़ से जिला मुख्यालय से तराई क्षेत्र व तुलसीपुर क्षेत्र का संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है।
बलरामपुर में रविवार को हुई महज 12 घंटे बारिश से ही पूरा जिला जलमग्न हो गया है। तराई क्षेत्रों में पहाड़ी नालों से आये पानी से लोगों के खेतों-घरों में पानी घुस चुका है। जिले के 50 से 60 गांव जो तराई क्षेत्र में पढ़ते हैं वह पूरी तरह से जल मत में दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीण सड़कों व बंधुओं के खिलौने अपना जीवन यापन करने पर मजबूर हैं।
ललिया क्षेत्र में बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना मिलते ही मकुंनहवा पूर्व ग्राम प्रधान चेतराम वर्मा अपने चार साथियों के साथ ट्रैक्टर से उन्हें बचाने के लिए निकल पड़े। लेकिन ललिया क्षेत्र के पास पानी का अंदाजा न लग पाने के कारण ट्रैक्टर गहरे गड्ढे में चली गई और पांचों बाढ़ के पानी में बह गए। जिनमें चार किसी तरह ग्रामीणों की मदद से तैर कर बाहर आ गए, जबकि ग्राम प्रधान लापता हो गए थे। पूर्व ग्राम प्रधान के लापता होने की खबर मिलते ही एसडीआरएफ पुलिस व प्रशासन की टीम में उनकी तलाश में जुट गई थी। 2 दिन की लगातार तलाश के बाद ग्राम प्रधान का शव गन्ने के खेतों के बीच फंसा मिला। शव पर सिर पर चोट के निशान हैं जिससे ऐसा लग रहा है कि पानी में गिरने के बाद किसी पत्थर से उनका सर टकराया है और उनकी मौत हुई है। पुलिस ने फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। दूसरों की जान बचाने के लिए निकले पूर्व ग्राम प्रधान की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है।Conclusion:वीओ : इस मामले पर बात करते हुए जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने हमसे कहा कि पहाड़ी नालों में आए उफान के कारण और जिले में हुई भारी बारिश के कारण जिले के 50 से 60 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए, कुछ ललिया क्षेत्र के कुछ इलाकों में लोगों के फंसे होने की सूचना रविवार को आई थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसबीआई आरएसपी टीम ने उन्हें बचा लिया था। जबकि अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली से जा रहे, ग्राम प्रधान सहित उनके 5 साथी पानी के तेज बहाव में बह गए थे। एसडीआरएफ की टीम द्वारा तलाशी के बाद प्रधान चेतराम का शव बरामद किया गया है। जिले में बाढ़ के कारण कुल 2 मौतें हुई हैं। जिसमें से एक ग्राम प्रधान है जबकि एक छोटा बच्चा है, जो नाले के पास नहा रहा था।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.