बलरामपुर: एनडीए घटक के प्रमुख सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने संसद के अंदर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बीएसपी सांसद दानिश अली पर की गई अमर्यादित टिप्पणी का विरोध किया. उन्होंने कहा है कि हम इस तरह के बयान के पक्ष में नहीं हैं. इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए.
ओमप्रकाश राजभर रविवार को बलरामपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस मामले पर बीजेपी के बड़े नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा माफी मांगी जा चुकी है. इसलिए, अब कोई सवाल बचता नहीं है. क्योंकि, किसी को फांसी तो दी नहीं जा सकती है. उन्होंने महिला आरक्षण बिल की चर्चा करते हुए कहा कि महिला आरक्षण बिल पिछले दो दशकों से लटका पड़ा था. लेकिन, मोदी जी ने इसे लागू कर एक नई शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह पंचायत चुनाव में सामान्य, पिछड़ा, अनुसूचित जाति को आरक्षण मिलता है, वही व्यवस्था यहां भी बने. राजभर ने कहा कि महिला आरक्षण में कई प्रकिया हैं. पहले सर्वे होगा, जांच होगी फिर आरक्षण व्यवस्था लागू होगी. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एनडीए में होने के कारण हम अपनी पार्टी की तरफ से इस बात को रखने का प्रयास कर रहे हैं. ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री का पद विरासत में मिला था. वह एक अपरिपक्व नेता हैं. वो किसी के नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि पिछड़ों का सबसे ज्यादा हक लूटने वाले अखिलेश यादव हैं.
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सुभासपा अध्यक्ष ने डीएम, एसपी और मंत्री को आरक्षण का लाभ दिए जाने का विरोध करते हुए कहा कि आज देश में डीएम व एसपी मंत्री बन गए हैं, उसे आरक्षण की क्या जरूरत है? जो आरक्षण पा गया, वही आरक्षण का लाभ ले रहा है. उन्होंने अपने मंत्री बनाए जाने के सवाल पर कहा कि दिल थाम कर बैठिए, सब हो जाएगा. ओमप्रकाश राजभर ने एक देश एक चुनाव की वकालत करते हुए कहा कि चुनाव में देश का बेमतलब पैसा बहुत ज्यादा खर्च होता है. उन्होंने कहा कि एक देश और एक शिक्षा भी होनी चाहिए. उन्होंने एक देश एक वेतन की बात का विरोध करते हुए कहा कि एक देश एक वेतन की मांग संभव नहीं है. क्योंकि देश में सबका अपना अपना-अलग काम है.
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