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बलरामपुर गैंगरेप: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, युवती के शरीर पर चोट के निशान

यूपी के बलरामपुर जिले में हुए युवती के साथ दुष्कर्म कांड में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि युवती के शरीर पर दस जगह चोट के निशान पाए गए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है.

बलरामपुर गैंगरेप का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
बलरामपुर गैंगरेप का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
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Published : Oct 3, 2020, 8:14 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 9:30 PM IST

बलरामपुर: जिला मुख्यालय से तकरीबन 50 किलोमीटर पर स्थित गैंसड़ी कस्बे के एक मोहल्ले में दलित छात्रा को नशीला इंजेक्शन लगाकर गैंगरेप करने व हत्या मामले में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में छात्रा से गैंगरेप की पुष्टि हुई है और मौत के कारणों का पता चला है. गैंगरेप की शिकार हुई छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ की गई दरिंदगी का भी खुलासा हुआ है. छात्रा के गले छाती, जांघों, कोहनी और घुटनों पर चोट के निशान पाए गए हैं. मामले को लेकर राज्य महिला आयोग ने डीएम-एसपी से रिपोर्ट तलब की है. जिला प्रशासन पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने का दावा कर रहा है.

बलरामपुर गैंगरेप की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
रिपोर्ट की मानें तो छात्रा की मौत लीवर और आंत में गम्भीर चोट लगने के कारण हुई है. चोट के कारण पीड़ित छात्रा की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण उसकी मौत हो गई. छात्रा के शरीर पर कई जगह हरे रंग के स्पाॅट भी मिले थे. यह निशान आंत में अधिक खून जमा होने के कारण शरीर पर उभर आये थे. बीते 29 सितम्बर को छात्रा बीकाॅम तृतीय वर्ष में एडमीशन कराकर दोपहर के समय अपने घर के लिए वापस आ रही थी, तभी उसके कॉलेज के पास कुछ मनचलों ने उसे अपहृत कर लिया. मनचलों ने अपहृत छात्रा को एक दुकान के कमरे में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान आरोपियों ने छात्रा से मारपीट भी की, जिससे उसके लीवर और आंत में गम्भीर चोटें आईं और इंटरनल ब्लीडिंग होने लगी. गम्भीर हालत में आरोपियों ने पहले तो इलाज करवाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी जब हालात नहीं सुधरी तो छात्रा को रिक्शे पर लादकर घर के पास छोड़ दिया.गंभीर हालत में घर पर पहुंची छात्रा को देखकर परिजनों ने पास के दो चिकित्सकों से संपर्क किया, लेकिन गम्भीर हालत देखते हुए उन्होंने उसे जिला मुख्यालय व लखनऊ ले जाने की सलाह दी. गांव से कुछ ही दूर जाने पर उसकी मौत हो गई. स्थानीय चिकित्सकों ने बताया कि जब परिजन पीड़ित छात्रा को लेकर आये थे तो उसकी स्थिति काफी गम्भीर थी. हमने बस उसका चेहरा देखा और उसे रेफर कर दिया. वहीं एक अन्य डॉक्टर ने बताया कि पीड़ित लड़की की नब्ज जब चेक की गई तो वह मिल नहीं रही थी. मैंने परिवार को जल्द से जल्द जिला अस्पताल या लखनऊ ले जाने की सलाह दी. उन्होंने यह नहीं बताया कि पीड़ित लड़की के जिस्म पर चोट के निशानों को देखा या नहीं, या उसके शरीर पर कहां-कहां प्रथम दृष्टया चोटें नजर आ रही थीं.पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मामले में 366, 376-डी, 302 और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं अब तक दो नामजद आरोपियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है. इसमें दो वे आरोपी हैं, जिन्होंने गैंगरेप के बाद अपने घर पर छात्रा के इलाज के लिए चिकित्सक को बुलाया था, जबकि एक वह रिक्शा चालक है, जो छात्रा को घर लेकर गया और एक वह कम्पाउंडर है, जिसने छात्रा के हाथ पर वीगो लगाया था. मामले में परिजनों के आरोप पर पुलिस जेल भेजे गये आरोपियों के मित्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. एसपी देव रंजन वर्मा ने बताया कि पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा के नेतृत्व में सर्विलांस टीम, स्वात टीम और तीन सर्किल के सीओ को लगाया गया है. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. डीएम कृष्णा करूणेश ने बताया कि मामले को लेकर राज्य महिला आयोग द्वारा जवाब तलब किया गया है. मामले में पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट बनाकर भेजी जा रही है. जिला प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार को अर्थिक सहायता दी गई है.

बलरामपुर: जिला मुख्यालय से तकरीबन 50 किलोमीटर पर स्थित गैंसड़ी कस्बे के एक मोहल्ले में दलित छात्रा को नशीला इंजेक्शन लगाकर गैंगरेप करने व हत्या मामले में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में छात्रा से गैंगरेप की पुष्टि हुई है और मौत के कारणों का पता चला है. गैंगरेप की शिकार हुई छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ की गई दरिंदगी का भी खुलासा हुआ है. छात्रा के गले छाती, जांघों, कोहनी और घुटनों पर चोट के निशान पाए गए हैं. मामले को लेकर राज्य महिला आयोग ने डीएम-एसपी से रिपोर्ट तलब की है. जिला प्रशासन पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने का दावा कर रहा है.

बलरामपुर गैंगरेप की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
रिपोर्ट की मानें तो छात्रा की मौत लीवर और आंत में गम्भीर चोट लगने के कारण हुई है. चोट के कारण पीड़ित छात्रा की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण उसकी मौत हो गई. छात्रा के शरीर पर कई जगह हरे रंग के स्पाॅट भी मिले थे. यह निशान आंत में अधिक खून जमा होने के कारण शरीर पर उभर आये थे. बीते 29 सितम्बर को छात्रा बीकाॅम तृतीय वर्ष में एडमीशन कराकर दोपहर के समय अपने घर के लिए वापस आ रही थी, तभी उसके कॉलेज के पास कुछ मनचलों ने उसे अपहृत कर लिया. मनचलों ने अपहृत छात्रा को एक दुकान के कमरे में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान आरोपियों ने छात्रा से मारपीट भी की, जिससे उसके लीवर और आंत में गम्भीर चोटें आईं और इंटरनल ब्लीडिंग होने लगी. गम्भीर हालत में आरोपियों ने पहले तो इलाज करवाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी जब हालात नहीं सुधरी तो छात्रा को रिक्शे पर लादकर घर के पास छोड़ दिया.गंभीर हालत में घर पर पहुंची छात्रा को देखकर परिजनों ने पास के दो चिकित्सकों से संपर्क किया, लेकिन गम्भीर हालत देखते हुए उन्होंने उसे जिला मुख्यालय व लखनऊ ले जाने की सलाह दी. गांव से कुछ ही दूर जाने पर उसकी मौत हो गई. स्थानीय चिकित्सकों ने बताया कि जब परिजन पीड़ित छात्रा को लेकर आये थे तो उसकी स्थिति काफी गम्भीर थी. हमने बस उसका चेहरा देखा और उसे रेफर कर दिया. वहीं एक अन्य डॉक्टर ने बताया कि पीड़ित लड़की की नब्ज जब चेक की गई तो वह मिल नहीं रही थी. मैंने परिवार को जल्द से जल्द जिला अस्पताल या लखनऊ ले जाने की सलाह दी. उन्होंने यह नहीं बताया कि पीड़ित लड़की के जिस्म पर चोट के निशानों को देखा या नहीं, या उसके शरीर पर कहां-कहां प्रथम दृष्टया चोटें नजर आ रही थीं.पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मामले में 366, 376-डी, 302 और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं अब तक दो नामजद आरोपियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है. इसमें दो वे आरोपी हैं, जिन्होंने गैंगरेप के बाद अपने घर पर छात्रा के इलाज के लिए चिकित्सक को बुलाया था, जबकि एक वह रिक्शा चालक है, जो छात्रा को घर लेकर गया और एक वह कम्पाउंडर है, जिसने छात्रा के हाथ पर वीगो लगाया था. मामले में परिजनों के आरोप पर पुलिस जेल भेजे गये आरोपियों के मित्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. एसपी देव रंजन वर्मा ने बताया कि पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा के नेतृत्व में सर्विलांस टीम, स्वात टीम और तीन सर्किल के सीओ को लगाया गया है. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. डीएम कृष्णा करूणेश ने बताया कि मामले को लेकर राज्य महिला आयोग द्वारा जवाब तलब किया गया है. मामले में पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट बनाकर भेजी जा रही है. जिला प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार को अर्थिक सहायता दी गई है.
Last Updated : Oct 3, 2020, 9:30 PM IST
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