बलरामपुर: जिले के सदुल्लानगर क्षेत्र के एक नर्सिंग होम में इलाज के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया. हंगामा होता देखकर अस्पताल स्टाफ मौके से फरार हो गया. आक्रोशित परिजनों ने जिलाधिकारी से कार्रवाई करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, सदुल्लानगर थाना क्षेत्र के मनुवागण निवासी कौशल की पत्नी चांदनी को प्रसव पीड़ा होने पर सदुल्ला नगर बाजार के मनकापुर रोड पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में 27 अगस्त को भर्ती कराया गया था. जहां चांदनी ने 28 अगस्त को एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन, जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद चांदनी की भी हालत बिगड़ने लगी. परिजनों द्वारा डाक्टरों को हालत बिगड़ने की जानकारी दी गई. मृतका के परिजनों का आरोप है कि हालत बिगड़ने पर डाक्टरों को बताया गया. लेकिन, अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ बार बार यही आश्वासन देता रहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, थोड़ी देर बाद आराम हो जाएगा. लेकिन आराम मिलने के बजाय हालत लगातार खराब होती चली गई. हालत ज्यादा गंभीर होने पर अस्पताल कर्मियों ने हाथ खड़े कर दिए और कहीं ओर रेफर करने की बात करने लगे. जब तक उसे दूसरे अस्पताल ले जाते तब तक चांदनी की मौत हो गई. चांदनी की मौत होते ही परिवार वालों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इससे पहले की हालात बिगड़ती अस्पताल का स्टाफ मौके से फरार हो गया.
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परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डाक्टरों और स्टाफ द्वारा लगातार पैसे की डिमांड की जा रही थी. यहां तक कि जेवर बेचकर अस्पताल को पैसा दिया गया था. फिर भी इस मामले में लापरवाही बरती गई. जिसके कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. बताया जा रहा है की हंगामा बढ़ता देख आस पास के लोग इकठ्ठा हो गए और लोगों ने काफी समझा बुझा कर मामले को शांत कराया. अस्पताल संचालक और स्टाफ मृतका के परिजनों के मान मनौव्वल में जुटकर मामले को रफा दफा करने में जुट गया है. दूसरी तरफ मृतका के मायके वालों ने जिलाधिकारी से मामले की जांच करा कर कार्रवाई की मांग की है.
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