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बलरामपुर: कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवीपाटन शक्तिपीठ के सूर्यकुंड में स्नान से पूरी होती है मनोकामना

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में देवीपाटन शक्तिपीठ में कार्तिक पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया. देवीपाटन शक्तिपीठ के तकरीबन 5 हजार वर्ष पुराने सूर्यकुंड में श्रद्धालुओं की भीड़ प्रातः काल से ही जमा हो रही थी. देवीपाटन पीठाधीश्वर महंत का मानना है कि आज के दिन सरोवर में नहाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.

देवीपाटन शक्तिपीठ में धूमधाम से मनाया गया कार्तिक पूर्णिमा पर्व.
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Published : Nov 13, 2019, 7:56 AM IST

बलरामपुर: कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. आज के दिन सनातन धर्मावलंबी नदियों, सरोवरों पर जाकर स्नान करते हैं और भगवान विष्णु की पूजन अर्चन करते हैं. आज के दिन यह भी मान्यता है कि शाम को स्नान आदि के बाद तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से धन-धान्य और सुख शांति की प्राप्ति होती है. पूरे देश में मनाया जाने वाला यह पर्व बुधवार को जिले में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. श्रद्धालु नदियों में जाकर डुबकी लगा रहे हैं और मंदिरों में अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं.

देवीपाटन शक्तिपीठ में धूमधाम से मनाया गया कार्तिक पूर्णिमा पर्व.

देवीपाटन शक्तिपीठ में कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़े श्रद्धालु
जिले के देवीपाटन शक्तिपीठ के तकरीबन 5 हजार वर्ष पुराने सूर्यकुंड में बुधवार को श्रद्धालुओं की भीड़ प्रातः काल से ही जमा हो रही थी. यहां पर हजारों की संख्या में न केवल श्रद्धालुओं ने स्नान करके मां भगवती पाटेश्वरी का दर्शन किया, बल्कि तुलसी के पौधों के नीचे दीपक भी जलाया.

देवीपाटन पीठाधीश्वर महंत ने दी जानकारी
देवीपाटन पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नाथ योगी ने कहा कि आज के दिन मान्यता है कि जो भी भगवान विष्णु और तुलसी की आराधना नदी या सरोवर में नहाने के पश्चात करता है. उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. उसे धन-धान्य सुख शांति की प्राप्ति होती है. आज के दिन यह भी मान्यता है कि तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाया जाता है. उन्होंने कहा इसी तरह देवीपाटन शक्तिपीठ में स्थित सूर्य कुंड में भी दूर-दूर से श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं. जिनकी मनोकामनाएं मां भगवती पूर्ण करती हैं.

इसे भी पढ़ें- बलरामपुर : ...तो क्या प्रेरणा ऐप से सुधर जाएगी गायब रहने वाले शिक्षकों की आदत

श्रद्धालु राजकुमार ने बताया कि मैं यहां बचपन से कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन के लिए आता हूं. हम लोग भी आते हैं दर्शन पूजन करते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष महत्व होने के कारण आज यहां पर विशेष भीड़ लगी रहती है.

बलरामपुर: कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. आज के दिन सनातन धर्मावलंबी नदियों, सरोवरों पर जाकर स्नान करते हैं और भगवान विष्णु की पूजन अर्चन करते हैं. आज के दिन यह भी मान्यता है कि शाम को स्नान आदि के बाद तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से धन-धान्य और सुख शांति की प्राप्ति होती है. पूरे देश में मनाया जाने वाला यह पर्व बुधवार को जिले में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. श्रद्धालु नदियों में जाकर डुबकी लगा रहे हैं और मंदिरों में अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं.

देवीपाटन शक्तिपीठ में धूमधाम से मनाया गया कार्तिक पूर्णिमा पर्व.

देवीपाटन शक्तिपीठ में कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़े श्रद्धालु
जिले के देवीपाटन शक्तिपीठ के तकरीबन 5 हजार वर्ष पुराने सूर्यकुंड में बुधवार को श्रद्धालुओं की भीड़ प्रातः काल से ही जमा हो रही थी. यहां पर हजारों की संख्या में न केवल श्रद्धालुओं ने स्नान करके मां भगवती पाटेश्वरी का दर्शन किया, बल्कि तुलसी के पौधों के नीचे दीपक भी जलाया.

देवीपाटन पीठाधीश्वर महंत ने दी जानकारी
देवीपाटन पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नाथ योगी ने कहा कि आज के दिन मान्यता है कि जो भी भगवान विष्णु और तुलसी की आराधना नदी या सरोवर में नहाने के पश्चात करता है. उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. उसे धन-धान्य सुख शांति की प्राप्ति होती है. आज के दिन यह भी मान्यता है कि तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाया जाता है. उन्होंने कहा इसी तरह देवीपाटन शक्तिपीठ में स्थित सूर्य कुंड में भी दूर-दूर से श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं. जिनकी मनोकामनाएं मां भगवती पूर्ण करती हैं.

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श्रद्धालु राजकुमार ने बताया कि मैं यहां बचपन से कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन के लिए आता हूं. हम लोग भी आते हैं दर्शन पूजन करते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष महत्व होने के कारण आज यहां पर विशेष भीड़ लगी रहती है.

Intro:कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। आज के दिन सनातन धर्मावलंबी नदियों, सरोवरों पर जाकर स्नान करते हैं और भगवान विष्णु की पूजन अर्चन करते हैं। आज के दिन यह भी मान्यता है कि शाम को स्नान आदि के बाद तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से धन-धान्य और सुख शांति की प्राप्ति होती है।
पूरे देश में मनाया जाने वाला यह पर्व आज बलरामपुर जिले में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रद्धालु नदियों में जाकर डुबकी लगा रहे हैं और मंदिरों में अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं।


Body:रामपुर जिले के देवीपाटन शक्तिपीठ तकरीबन 5000 वर्ष पुराने सूर्यकुंड में आज श्रद्धालुओं की भीड़ प्रातः काल से ही जमा हो रहे हैं। यहां पर हजारों की संख्या में न केवल श्रद्धालुओं ने स्नान करके मां भगवती पाटेश्वरी का दर्शन किया बल्कि तुलसी के पौधों के नीचे दीपक भी जलाया।
इस बारे में बात करते हुए देवीपाटन पीठाधीश्वर निखिलेश नाथ योगी ने कहा कि आज के दिन मान्यता है कि जो भी भगवान विष्णु और तुलसी की आराधना नदी या सरोवर में नहाने के पश्चात करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। उसे धन-धान्य सुख शांति की प्राप्ति होती है। आज के दिन यह भी मान्यता है कि तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाया जाता है। जीवन को उज्जवल बनाते हैं।
उन्होंने कहा इसी तरह देवीपाटन शक्तिपीठ में स्थित सूर्य कुंड में भी दूर-दूर से श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं। जिनकी मनोकामनाएं मां भगवती पूर्ण करती हैं।


Conclusion:श्रद्धालु राजकुमार ने बताया कि मैं यहां बचपन से कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन के लिए आता हूं। मान्यता है कि महान शिव भक्त कहे जाने वाले महाराज करें। यहां पर स्नान किया था और मां भगवती का दर्शन किया करते थे। हम लोग भी आते हैं। दर्शन पूजन करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष महत्व होने के कारण आज यहां पर विशेष भीड़ लगी रहती है।
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