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आग में झुलसे पत्रकार की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

बलरामपुर में घर में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग में झुलसे पत्रकार राकेश और उनके साथी की मौत हो गई. पत्रकार की मौत के बाद परिजनों ने कुछ लोगों पर जिंदा जलाने का आरोप लगाया है.

journalist murdered in balrampur
आग में झुलसे पत्रकार की मौत
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Published : Nov 28, 2020, 5:05 PM IST

बलरामपुरः घर में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग में झुलसे पत्रकार राकेश और उनके साथी की मौत हो गई. घटना देहात कोतवाली क्षेत्र के कलवारी गांव का है. जहां पत्रकार राकेश के घर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई है. जिसमें पत्रकार राकेश और उनका एक साथी झुलस गया था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाय. जहां पत्रकार के साथी को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. वहीं पत्रकार राकेश को लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया था. जहां 90 फीसदी झुलस चुके राकेश की इलाज के दौरान मौत हो गई.

balrampur
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

मौत से पहले पत्रकार ने लगाया हत्या का आरोप

पत्रकार राकेश ने मौत से पहले जिला अस्पताल के डॉक्टर्स से बताया कि उनके घर में 10 से 15 लोग उनकी हत्या करने आए थे. बताया जा रहा है डॉक्टर को पत्रकार ने बताया कि उन्हें बेड पर लिटा कर बांध दिया गया था और जिसके बाद घर में आग लगा दी गई थी. उनके मुताबिक आग लगाने से पहले बदमाशों ने उनके घर में तोड़फोड़ भी की थी.

आग में झुलसे पत्रकार की मौत

डीएम ने जांच के दिए आदेश

मामले की गंभीर को देखते हुए डीएम ने मौके पर जाकर पड़ताल की. और अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए. डीएम के साथ एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.

लखनऊ ले जाते वक्त हुई मौत
बलरामपुर जिला मुख्यालय से तकरीबन 4 किलोमीटर दूर देहात कोतवाली के कलवारी गांव में पत्रकार निर्भिक का घर है. पत्रकार का घर डीएम और एसपी आवास से महज डेढ किलोमीटर की दूरी पर है. निर्भीक सोशल मीडिया के अलावा कुछ स्थानीय अखबारों में भी रिपोर्टिंग करते थे. सिविल अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी एंड बर्न यूनिट ले जाते वक्त पत्रकार की मौत हो गई थी.

रात में घटना को दिया गया अंजाम
स्थानीय पुलिस और लोगों को मुताबिक इस घटना को रात के अंधेरे में तकरीबन 10 से 11 बजे के बीच अंजाम दिया गया. जिसमें 10 से 15 लोग शामिल थे. यह लोग पत्रकार निर्भीक के घर में उन्हें मारने की नियति से घुसते हैं और उनके बेड पर पेट्रोल डालकर आग लगा देते हैं. जिससे पत्रकार निर्भीक तकरीबन 90 प्रतिशत झुलस जाते हैं. जबकि उनका मित्र पूरी तरह जल जाता है. जिसके शव को भी पहचानना मुश्किल हो गया था.

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
पत्रकार निर्भीक के पिता मुन्ना सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मेरा बेटा हमेशा सच्चाई लिखता था. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से प्रधान और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ पत्रकार निर्भिक लिख रहे थे. जिससे उन्हें परेशानी हो रही थी. वहीं जिले के चर्चित पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक की पत्नी विभा सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वह एक कार्यक्रम में शामिल होने रिश्तेदार के यहां गई थी. लेकिन सुनने में आया है कि दो दिन पहले ललित और अकरम नाम के व्यक्ति से झगड़ा हुआ था. यही लोग रात में आए थे. जिन्होंने उन्हें जिंदा जला दिया.

जल्द मामले का होगा खुलासा

पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि पुलिस सभी पहलु की जांच कर रही है. अगर पत्रकार की हत्या हुई है तो जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस घटना में शामिल तीन संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है.

बलरामपुरः घर में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग में झुलसे पत्रकार राकेश और उनके साथी की मौत हो गई. घटना देहात कोतवाली क्षेत्र के कलवारी गांव का है. जहां पत्रकार राकेश के घर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई है. जिसमें पत्रकार राकेश और उनका एक साथी झुलस गया था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाय. जहां पत्रकार के साथी को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. वहीं पत्रकार राकेश को लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया था. जहां 90 फीसदी झुलस चुके राकेश की इलाज के दौरान मौत हो गई.

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परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

मौत से पहले पत्रकार ने लगाया हत्या का आरोप

पत्रकार राकेश ने मौत से पहले जिला अस्पताल के डॉक्टर्स से बताया कि उनके घर में 10 से 15 लोग उनकी हत्या करने आए थे. बताया जा रहा है डॉक्टर को पत्रकार ने बताया कि उन्हें बेड पर लिटा कर बांध दिया गया था और जिसके बाद घर में आग लगा दी गई थी. उनके मुताबिक आग लगाने से पहले बदमाशों ने उनके घर में तोड़फोड़ भी की थी.

आग में झुलसे पत्रकार की मौत

डीएम ने जांच के दिए आदेश

मामले की गंभीर को देखते हुए डीएम ने मौके पर जाकर पड़ताल की. और अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए. डीएम के साथ एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.

लखनऊ ले जाते वक्त हुई मौत
बलरामपुर जिला मुख्यालय से तकरीबन 4 किलोमीटर दूर देहात कोतवाली के कलवारी गांव में पत्रकार निर्भिक का घर है. पत्रकार का घर डीएम और एसपी आवास से महज डेढ किलोमीटर की दूरी पर है. निर्भीक सोशल मीडिया के अलावा कुछ स्थानीय अखबारों में भी रिपोर्टिंग करते थे. सिविल अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी एंड बर्न यूनिट ले जाते वक्त पत्रकार की मौत हो गई थी.

रात में घटना को दिया गया अंजाम
स्थानीय पुलिस और लोगों को मुताबिक इस घटना को रात के अंधेरे में तकरीबन 10 से 11 बजे के बीच अंजाम दिया गया. जिसमें 10 से 15 लोग शामिल थे. यह लोग पत्रकार निर्भीक के घर में उन्हें मारने की नियति से घुसते हैं और उनके बेड पर पेट्रोल डालकर आग लगा देते हैं. जिससे पत्रकार निर्भीक तकरीबन 90 प्रतिशत झुलस जाते हैं. जबकि उनका मित्र पूरी तरह जल जाता है. जिसके शव को भी पहचानना मुश्किल हो गया था.

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
पत्रकार निर्भीक के पिता मुन्ना सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मेरा बेटा हमेशा सच्चाई लिखता था. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से प्रधान और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ पत्रकार निर्भिक लिख रहे थे. जिससे उन्हें परेशानी हो रही थी. वहीं जिले के चर्चित पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक की पत्नी विभा सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वह एक कार्यक्रम में शामिल होने रिश्तेदार के यहां गई थी. लेकिन सुनने में आया है कि दो दिन पहले ललित और अकरम नाम के व्यक्ति से झगड़ा हुआ था. यही लोग रात में आए थे. जिन्होंने उन्हें जिंदा जला दिया.

जल्द मामले का होगा खुलासा

पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि पुलिस सभी पहलु की जांच कर रही है. अगर पत्रकार की हत्या हुई है तो जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस घटना में शामिल तीन संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है.

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