बलरामपुर: जिले में क्षेत्र पंचायत चुनाव में एक ही परिवार से चार लोग निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इन चारों लोगों के क्षेत्र पंचायतों से एक ही नामांकन पत्र जमा हुए हैं. एक ही नामांकन पत्र भरे जाने के कारण एक ही परिवार के चारों लोगों का निर्विरोध निर्वाचित होना तय हो गया है. इसके साथ ही इन्हीं के परिवार के समर्थन के कारण दो अन्य क्षेत्र पंचायत सदस्यों का भी इस बार के चुनाव में निर्वाचित होना तय माना जा रहा है.
काफी समय से लोगों के लिए कर रहे थे काम
मामला पचपेड़वा विकासखंड से जुड़ा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज कुमार तिवारी यहां पर काफी समय से लोगों से जुड़कर उनके लिए काम कर रहे थे. इसके साथ ही उनके परिवार भी लगातार क्षेत्र में काम कर रहे थे. इसी के कारण उन्हें विकासखंड के औरहवा प्रथम से निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित किया गया हैं. जबकि उनकी पत्नी तुषार बाला तिवारी सेमरहना द्वितीय से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनी गई हैं.
मनोज तिवारी के छोटे भाई सुरेंद्र कुमार तिवारी क्षेत्र पंचायत सेमरहना प्रथम और छोटे भाई राजीव कुमार क्षेत्र पंचायत आदमतारा प्रथम से सदस्य के रूप में निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इन लोगों के खिलाफ किसी अन्य ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था. यही कारण रहा कि एक ही परिवार के चारों सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए. इसी परिवार के समर्थन में क्षेत्र पंचायत लौकहवा से रेखा और कोहरगड्डी क्षेत्र पंचायत सीट से सुनील कुमार त्रिपाठी भी सदस्य के रूप में निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इन सभी के समक्ष किसी अन्य उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया था.
ब्लॉक प्रमुख के पद पर है निगाह
भाजपा नेता मनोज कुमार तिवारी ने क्षेत्रवासियों को धन्यवाद दिया और बताया कि यह क्षेत्र के लोगों का प्यार और स्नेह है कि उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ किसी भी व्यक्ति ने नामांकन पत्र नहीं भरा. अपने ही परिवार के चार सदस्यों और दो समर्थकों के निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने जाने के बाद ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदारी पर अटकलें तेज हो गई हैं.
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क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग
स्थानीय लोगों ने बताया कि मनोज और इनके परिवार ने काफी काम किया है. यही कारण है कि लोग इन्हें और इनके परिवार को सम्मान देते हैं. यही कारण है कि लोगों ने इनके सामने पर्चा दाखिल नहीं किया और खुद ही मीटिंग करके लोगों ने यह खुद ही तय किया कि इस बार के चुनाव में इन्हें निर्विरोध निर्वाचित करवाना है.