बलरामपुर: देश में कोविड-19 के कारण चल रहे लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हुए बड़ी संख्या में श्रमिक अपने गृह जनपद की ओर लगातार पलायन कर रहे हैं. विभिन्न राज्यों और जिलों से बड़ी संख्या में श्रमिक प्रतिदिन निजी वाहनों से या पैदल चलकर अपने गांव की ओर जा रहे हैं. केंद्र सरकार की ओर से दी गई सुविधा के तहत श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से भी हजारों की संख्या में श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया जा रहा है.
शुक्रवार को जनपद मुख्यालय के रेलवे स्टेशन पर ऐसे ही 46 जिलों के 1679 श्रमिकों को लेकर तेलंगाना के लिंगमपल्ली से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची. यहां पर श्रमिकों के खाने-पीने से लेकर सुरक्षा और उन्हें घरों तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से कराई गई है. श्रमिक स्पेशल ट्रेन में उत्तर प्रदेश के 46 जिलों के 1679 श्रमिकों को तेलंगाना के लिंगम्मपल्ली से लाए गए हैं. श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी सहित 46 जनपदों के श्रमिक सम्मिलित हैं.
श्रमिकों को रेलवे स्टेशन पर उतारा गया. वहीं उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए रेलवे स्टेशन पर 10 अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं. यहां से स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन के उपरांत उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की ओर से संबंधित जनपदों में उनके नजदीकी गृह क्षेत्र के कस्बा तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों के खाने-पीने की पूरी व्यवस्था कराई गई है. श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पूर्व जनपद के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा, नोडल अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली सहित कई जिला स्तरीय अधिकारियों ने श्रमिकों को उनके गृह क्षेत्र तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई.
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि जिले में अभी कई श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां आनी है, जिनके लिए प्रशासन ने अपनी पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली है. अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. साथ ही श्रमिको का मेडिकल परीक्षण और उन्हें भोजन देने के बाद परिवहन निगम की बसों से उनके गंतव्य स्थलों तक भेजा जा रहा है.
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि दूसरे जनपदों के अधिकारियों से बातचीत कर लिया गया है. जो भी श्रमिक इन ट्रेनों से आएंगे, उनको यहां का प्रशासन पूरी सुरक्षा के साथ उनके जनपदों में भेजेगा. वहीं उन जनपदों का प्रशासन वहां पर श्रमिकों को नियमानुसार क्वारंटाइन, मेडिकल जांच की व्यवस्था करेगा. पुलिस कप्तान ने बताया कि बलरामपुर जिले के सभी 13 थानों के लोग भी इस श्रमिक एक्सप्रेस से यहां पहुंचे हैं, जिन्हें उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही उन्हें 3 दिनों के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद उन्हें उनके घरों में रखने की व्यवस्था की जा रही है.