बलरामपुर: जिले के संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात डॉ. अरविंद कुमार यादव के साथ बदसलूकी और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है. डॉक्टर का वीडियो, बयान और प्रांतीय संघ को लिखी चिट्ठी वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. आरोपी लिपिक पर इससे पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं. इसके बाद उसका संयुक्त जिला अस्पताल से स्थानांतरण कर दिया गया था.
8 सितंबर की है घटना
बलरामपुर में उतरौला रोड स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात डॉ. अरविंद कुमार यादव के मुताबिक वे 8 सितंबर की रात करीब 10:30 बजे अस्पताल जा रहे थे, तभी उन्हें संयुक्त जिला चिकित्सालय के सीएमएस कार्यालय में तैनात लिपिक अजय श्रीवास्तव ने रोक लिया. इसके बाद लिपिक ने उनके साथ बदसलूकी की. मामला यहीं नहीं थमा. आरोप है कि लिपिक ने डॉक्टर के हाथ-पाव तोड़ने और जान से मार डालने की धमकी तक दे डाली. इस घटना से डॉ. अरविंद यादव सकते में हैं. उन्होंने प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की है.
लिपिक के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
डॉ. अरविंद यादव का वीडियो, बयान और प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ को लिखी गई चिट्ठी वायरल होने के बाद बलरामपुर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आरोपी लिपिक अजय श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है.
आरोपी निकला सपा विधायक रहे मुकेश श्रीवास्तव का सगा भाई
आरोपी लिपिक अजय श्रीवास्तव पयागपुर से समाजवादी पार्टी से विधायक रहे मुकेश श्रीवास्तव का सगा भाई है. विधायक रहने के दौरान अजय श्रीवास्तव एनएचएम के घोटाले में आरोपी भी रह चुका है. इसकी सीबीआई जांच और स्थानीय स्तर पर जांच अभी चल रही है. वहीं पूर्व विधायक का भाई होने के नाते आरोपी लिपिक भी आएदिन किसी न किसी मामले को लेकर चर्चा में रहता है.
डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ कोरोना वायरस के संक्रमण काल के दौरान हम सभी के लिए इतनी मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें किसी भी तरह से धमकी देना या उनके खिलाफ किसी तरह की बदसलूकी करना जिला प्रशासन को कतई बर्दाश्त नहीं है. उक्त मामले में आरोपी लिपिक अजय श्रीवास्तव के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. डॉ. अरविंद कुमार यादव की सुरक्षा के लिए बलरामपुर पुलिस सदैव कटिबद्ध है.
-देव रंजन वर्मा, एसपी बलरामपुर