बलरामपुर: नगर कोतवाली और क्राइम ब्रांच की टीम ने कार कंपनी के कैशियर से 4 लाख रुपये लूट का 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है. लूट किसी ने नहीं की थी बल्कि कैशियर ने ही साजिश रची थी. पुलिस ने कैशियर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 4 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं.
कोतवाली नगर क्षेत्र में गुरुवार की शाम को एक कार कंपनी के कैशियर विष्णु प्रताप शुक्ला ने सूचना दी थी कि उसके साथ 4 लाख 8 हजार रुपये की लूट हो गई है. घटना को बाइक सवार दो बदमाशों ने अंजाम दिया है. लूट की जानकारी पर एसपी केशव कुमार सहित क्राइम ब्रांच व कोतवाली नगर पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले का मुआयना किया. पुलिस की जांच के दौरान कैशियर विष्णु प्रताप शुक्ला ने कई बार अपने बयान बदले. इसके बाद पुलिस को उस पर शक हुआ और सीसीटीवी की जांच की गई तो पता चला कार शोरूम से बैंक आते हुए कुछ दूर तक तो उसके कंधे पर बैग दिखाई दिया.
लेकिन भगवतीगंज पुल के बाद बैग उसके कंधे पर नहीं था. इस पर पुलिस को शंका हुई कि लूट की वारदात मनगढ़ंत है और झूठी एफआईआर लिखाई गई है. इसके बाद पुलिस ने विष्णु शुक्ला से कड़ी पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस ने कैशियर की निशानदेही पर गेल्हापुर जंगल में छिपाकर रखे गए 3 लाख 50 हजार रुपये व कार शोरूम में कैशियर की केबिन में रखे करीब 50 हजार से अधिक रुपये बरामद कर लिए हैं.
पुलिस ने आरोपी कैशियर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है. पुलिस की पूछताछ में कैशियर ने बताया कि वह 18 मई को कंपनी के करीब 3 लाख रुपए शेयर बाजार और बिटकॉइन में लगाए थे. जिसमें घाटा होने पर उसने इस घटना का साजिश रची थी. उसी की भरपाई के लिए यह पूरी कहानी गढ़ी थी. कैशियर ने लालच और अपनी गलती को छिपाने के लिए अपराध कर डाला. जिसके कारण उसे न सिर्फ अपनी नौकरी गवानी पड़ी, बल्कि उसे जेल जाना पड़ गया.
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