बलरामपुर: जनपद में भी जिला परिषद और ब्लॉक परिषद में स्थापित होने वाले बोर्डों को लेकर पार्टियां जोड़-तोड़ करने में जुटी हुई हैं, लेकिन सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के ऊपर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने गंभीर आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को जनता द्वारा नकार दिया गया, तो वह जोड़-तोड़ की राजनीति करने और जो लोग जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दावेदार हैं, उनके ऊपर फर्जी मुकदमे लाद रही है. उनपर जिला प्रशासन और पुलिस के माध्यम से दबाव बनाया जा रहा है.
अध्यक्ष ऑफिस के बाहर लगाता है पान की गुमटी
समाजवादी पार्टी के नेता डॉ. भानु त्रिपाठी पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज होने के बाद से जिले की सियासत तेज हो गई है. दरसअल, तुलसीपुर बीजेपी अध्यक्ष के दफ्तर के बाहर पान की गुमटी लगाने वाले बालकराम ने तुलसीपुर थाने में एक तहरीर देकर सपा नेता भानु त्रिपाठी पर मुकदमा दर्ज कराया है. सपा नेता डॉ. त्रिपाठी पर आरोप है कि उन्होंने पान दुकानदार से दुकान बंद होने के बावजूद गुटखा देने की मांग की और न देने पर उसे जाति सूचक गाली दी और मारपीट की. तुलसीपुर थाने में बालक राम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए आरोप
इसी बात को लेकर पूर्व मंत्री एसपी यादव ने डॉ. भानु त्रिपाठी के समर्थन में एक प्रेस कॉन्फेंस का आयोजन किया. इसमें तुलसीपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक कैलाश नाथ शुक्ला और बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि आने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय है, क्योंकि जिले में बीजेपी के महज 6 जिला पंचायत सदस्य ही जीते हैं. इसके चलते बीजेपी के नेता बौखलाए हुए हैं और महज द्वेषपूर्ण राजनीति करते हुए सपा के नेता डॉ. भानु त्रिपाठी पर एक पान विक्रेता से तहरीर लेकर मारपीट, गाली-गलौज और दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. जिस दिन मेरे ऊपर मुकदमा पंजीकृत किया गया है, उस दिन मैं तुलसीपुर गया ही नहीं हूं. पुलिस विभाग और जिला प्रशासन चाहे तो मेरी गाड़ी, मोबाइल का लोकेशन निकाल लें. घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी के फुटेज को भी चेक कर ले.
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'प्रशासन ने मुकदमा वापस नहीं लिया तो होगा आंदोलन'
वहीं पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शासन सत्ता में बीजेपी है, इसीलिए प्रशासन भी उन्हीं की मदद कर रहा है. पूर्व मंत्री ने यह भी खुलासा करते हुए बताया कि जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया है वह बीजेपी जिलाध्यक्ष का करीबी है और उन्हीं के दफ्तर तुलसीपुर के बाहर पान की गुमटी लगाता है. पूर्व मंत्री ने दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने मुकदमे को वापस नहीं लिया तो आने वाले वक्त में गांधीवादी तरीके से हम समाजवादी लोग धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.