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बलरामपुर : 5.71 लाख गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला रही आयुष्मान योजना

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में आयुष्मान योजना के अंतर्गत एक लाख 20 हजार 6 सौ 75 परिवारों को रजिस्टर किया गया है. इनमें से एक लाख 15 हजार 608 परिवार 2011 के सेग डाटा के अनुसार रजिस्टर किए गए हैं.

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Published : Sep 20, 2019, 10:25 AM IST

गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है आयुष्मान योजना.

बलरामपुर: जिले के सदर ब्लॉक के भवनियापुर ग्रामसभा के रहने वाले 40 वर्षीय अनोखीलाल पैरों में सड़न की समस्या लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय आए थे. अनोखीलाल गरीब है और उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि ऑपरेशन करवा सके. जब संयुक्त अस्पताल आए तो इन्हें पता चला कि वह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चयनित हैं. इनके साथ ही इनके परिवार के 8 अन्य सदस्यों का नाम आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड में है. अनोखीलाल का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है. अस्पताल प्रशासन द्वारा ही इनकी दवाई, रहने, खाने और उनके तीमारदार के ठहरने की व्यवस्था की गई है.

गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है आयुष्मान योजना.
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत रजिस्टर किए गए परिवार

बलरामपुर जिला स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और कृषि के मामले में अतिपिछड़े जनपदों में से एक रहा है. इसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की भी विशेष नजर इस जिले पर रहती है.

इस कारण यहां पर तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे गरीब परिवारों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अधिकारियों पर होती है. इसी तरह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिले के एक लाख 20 हजार 6 सौ 75 परिवारों को रजिस्टर किया गया है. इनमें से एक लाख 15 हजार 6 सौ आठ परिवार 2011 के डाटा के अनुसार रजिस्टर किए गए हैं, जबकि 5 हजार 67 परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित किए गए राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत आते हैं.

आयुष्मान भारत योजना के तहत 21 अस्पताल रजिस्टर्ड

बलरामपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं. इनमें 11 सरकारी और 10 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं. इन सभी अस्पतालों में लाभ देने के लिए अब तक 624 मरीजों को रजिस्टर किया जा चुका है, जबकि 615 मरीजों को इस योजना का लाभ दिलाया जा चुका है.

जिले और जिले से बाहर इस योजना का लाभ लेने वाले कुल 1263 मरीज हैं. इनमें से 615 ने तो जिले के अस्पतालों में ही लाभ लिया है, जबकि कुल 648 मरीजों को जिले से बाहर राज्य स्तरीय अस्पतालों या प्रदेश के बाहर योजना का लाभ मिला है. इन 1263 मरीजों द्वारा 42,47,430 रुपये का क्लेम किया गया है. 571 मरीजों का क्लेम पास करते हुए केंद्र और राज्य की सरकारों ने 40,42,510 रुपये का क्लेम अस्पतालों को अस्तांतरित कर दिया गया है.

डॉक्टर अरुण कुमार बताते हैं कि अनोखीलाल और पिंकी नाम की एक मरीज को हाथ और पैर में कुछ इंफेक्शन हुआ था, जिसका इलाज ये लोग काफी समय से करा रहे थे. उन्हें लाभ नहीं हो रहा था, जब वह यहां पर आए तो उसे आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भर्ती किया गया. उनका सफल ऑपरेशन किया जा चुका है. अब वह स्वस्थ हैं. इस तरह से जिले के तमाम अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है.
-अरुण कुमार, डॉक्टर

बलरामपुर: जिले के सदर ब्लॉक के भवनियापुर ग्रामसभा के रहने वाले 40 वर्षीय अनोखीलाल पैरों में सड़न की समस्या लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय आए थे. अनोखीलाल गरीब है और उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि ऑपरेशन करवा सके. जब संयुक्त अस्पताल आए तो इन्हें पता चला कि वह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चयनित हैं. इनके साथ ही इनके परिवार के 8 अन्य सदस्यों का नाम आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड में है. अनोखीलाल का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है. अस्पताल प्रशासन द्वारा ही इनकी दवाई, रहने, खाने और उनके तीमारदार के ठहरने की व्यवस्था की गई है.

गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है आयुष्मान योजना.
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत रजिस्टर किए गए परिवार

बलरामपुर जिला स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और कृषि के मामले में अतिपिछड़े जनपदों में से एक रहा है. इसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की भी विशेष नजर इस जिले पर रहती है.

इस कारण यहां पर तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे गरीब परिवारों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अधिकारियों पर होती है. इसी तरह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिले के एक लाख 20 हजार 6 सौ 75 परिवारों को रजिस्टर किया गया है. इनमें से एक लाख 15 हजार 6 सौ आठ परिवार 2011 के डाटा के अनुसार रजिस्टर किए गए हैं, जबकि 5 हजार 67 परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित किए गए राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत आते हैं.

आयुष्मान भारत योजना के तहत 21 अस्पताल रजिस्टर्ड

बलरामपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं. इनमें 11 सरकारी और 10 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं. इन सभी अस्पतालों में लाभ देने के लिए अब तक 624 मरीजों को रजिस्टर किया जा चुका है, जबकि 615 मरीजों को इस योजना का लाभ दिलाया जा चुका है.

जिले और जिले से बाहर इस योजना का लाभ लेने वाले कुल 1263 मरीज हैं. इनमें से 615 ने तो जिले के अस्पतालों में ही लाभ लिया है, जबकि कुल 648 मरीजों को जिले से बाहर राज्य स्तरीय अस्पतालों या प्रदेश के बाहर योजना का लाभ मिला है. इन 1263 मरीजों द्वारा 42,47,430 रुपये का क्लेम किया गया है. 571 मरीजों का क्लेम पास करते हुए केंद्र और राज्य की सरकारों ने 40,42,510 रुपये का क्लेम अस्पतालों को अस्तांतरित कर दिया गया है.

डॉक्टर अरुण कुमार बताते हैं कि अनोखीलाल और पिंकी नाम की एक मरीज को हाथ और पैर में कुछ इंफेक्शन हुआ था, जिसका इलाज ये लोग काफी समय से करा रहे थे. उन्हें लाभ नहीं हो रहा था, जब वह यहां पर आए तो उसे आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भर्ती किया गया. उनका सफल ऑपरेशन किया जा चुका है. अब वह स्वस्थ हैं. इस तरह से जिले के तमाम अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है.
-अरुण कुमार, डॉक्टर

Intro:बलरामपुर सदर ब्लॉक के भवनियापुर ग्रामसभा के रहने वाले 40 वर्षीय अनोखीलाल पैरों में सड़न की समस्या लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय आए थे। अनोखीलाल गरीब है और उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि ऑपरेशन करवा सकें। लेकिन जब संयुक्त अस्पताल आए तो इन्हें पता चला कि वह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चयनित हैं। इनके साथ ही इनके परिवार के 8 अन्य सदस्यों का नाम आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड में है। अनोख लाल का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है। अब यह बेड रेस्ट पर है। अस्पताल प्रशासन द्वारा ही इनकी दवाई रहने, खाने और उनके तीमारदार के ठहरने की व्यवस्था की गई है। अनोखीलाल आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड धारक है। इस कारण इनको यह सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त में मिल रही हैं।


Body:बलरामपुर जिला स्वास्थ्य, शिक्षा, ढांचागत विकास और कृषि के मामले में अतिपिछड़े जनपदों में से एक रहा है। यहां पर पिछले 2 वर्षों से नीति आयोग लगातार काम कर रहा है कि इन सुविधाओं को बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की भी विशेष नजर इस जिले पर रहती है। इस कारण यहां पर तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग़रीब परिवारों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अधिकारियों पर होती है। इसी तरह प्रधानमंत्री जन आरोग्य कार्यक्रम यानी आयुष्मान भारत योजना जोकि लोकसभा चुनावों से कुछ महीने पहले ही शुरू किया गया था। इसके अंतर्गत जिले के 1,20,675 परिवारों को रजिस्टर किया गया है। जिनमें से 1,15,608 परिवार 2011 के सेग डाटा के अनुसार रजिस्टर किए गए हैं। जबकि 5067 परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित किए गए राज्य सरकार की योजना के अंर्तगत आते हैं।
बलरामपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। इनमें 11 सरकारी और 10 प्राइवेट अस्पताल रजिस्टर्ड है। इन सभी अस्पतालों में लाभ देने के लिए अब तक 624 मरीजों को रजिस्टर किया जा चुका है। जबकि 615 मरीजों को इस योजना का लाभ दिलाया जा चुका है। जबकि जिले और जिले से बाहर इस योजना का लाभ लेने वाले कुल 1263 मरीज हैं। इनमें से 615 में तो जिले के अस्पतालों में ही लाभ लिया है। जबकि कुल 648 मरीजों ने जिले से बाहर राज्य स्तरीय अस्पतालों या प्रदेश के बाहर योजना का लाभ मिला है। इन 1263 मरीजों द्वारा 42,47,430 रुपए का क्लेम किया गया है। जबकि 571 मरीजों का क्लेम पास होते करते हुए केंद्र और राज्य की सरकारों ने 40,42,510 रुपए का क्लेम अस्पतालों को हस्तांतरित कर दिया गया है।


Conclusion:इस योजना पर बात करते हुए संयुक्त जिला चिकित्सालय में सर्जन डॉक्टर अरुण कुमार बताते हैं कि अनोखी लाल और पिंकी नाम की एक मरीज को हाथ और पैर में कुछ इंफेक्शन हुआ था, जिसका इलाज ये लोग काफी समय से करा रहे थे। उन्हें लाभ नहीं हो रहा था। जब वह यहां पर आए तो उसे आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भर्ती किया गया। उनका सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। अब वह स्वस्थ हैं। इस तरह से जिले के तमाम अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है।
मोदी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले लोगों को न केवल बेहतर इलाज मिल पा रहा है। बल्कि उन गरीबों को अपने स्वस्थ होने की संभावनाएं भी नजर आ रही है। जो पैसा ना होने के कारण बीमारियों को पाले रह जाया करते थे। आयुष्मान भारत योजना जिला के 5,71,000 से भी ज़्यादा लाभार्थियों के लिए वरदान सरीखा साबित हो रहा है।
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