बलरामपुर: चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार ने नागरिकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. चीन में रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस स्वदेश लाने में सरकार महत्तवपूर्ण भूमिका निभा रही है. चीन से वापस आने वाले नागरिकों की लगातार स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके लिए सीएमओ की अध्यक्षता वाली स्वास्थ्य टीमों का गठन किया गया है, जो कोरोना वायरस से प्रभावित हो सकने वाले संभावित व्यक्तियों की सीएचसी स्तर पर मॉनिटर कर रहे हैं.
चीन के युनान यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले 22 वर्षीय जलालुद्दीन को संयुक्त जिला चिकित्सालय में स्थित आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. उन्हें कुछ दिनों से खांसी और जकड़न की शिकायत है.
उतरौला तहसील के तमाम छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में चाइना में रहकर मेडिकल और अन्य चीजों की पढ़ाई करते हैं. उनमें से अब तक 6 लोगों को स्वदेश लाया जा चुका है.
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15 जनवरी को ही चीन से भारत आया हूं. मेरे यहां आने तक कोरोना वायरस की कोई खबर नहीं थी. मैं जिस प्रांत में रहता हूं. वहां तो कोई ऐसी बात ही नहीं थी. 1 हफ्ते पहले मौसम, पानी बदलने के कारण मुझे खांसी आने लगी और मैंने इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क किया. इस दौरान उन्होंने मेरी जानकारी लेकर मुझे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है.
- जलालुद्दीनजिले में कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर तमाम तरह की सावधानियां बरतीं जा रही हैं. पूरा जिला हाई अलर्ट पर रखा गया है. चीन से आने वाले छात्र-छात्राओं और लोगों की लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके साथ ही भारत-नेपाल की खुली सीमा पर भी निगरानी रखी जा रही है. हम रोजाना 70 से 100 लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं.
- डॉ. अशोक कुमार सिंघल, नोडल अधिकारी