बलरामपुर: कोरोना को विश्व स्वास्थ्य संगठन व भारत सरकार ने 'महामारी', घोषित कर दिया है. यह वायरस अब तक दुनिया भर के 120 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. इस वायरस की चपेट में हजारों की संख्या में लोग आ चुके हैं. इससे डरने की नहीं बल्कि लड़ने (बचाव) की जरूरत है. भारत-नेपाल का सीमावर्ती जिला होने के कारण बलरामपुर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है.
ग्राम व थानावार जिले में आने वाले हर विदेशी या विदेश से आने वाले स्थानीय नागरिकों की विशेष निगरानी की जा रही है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन हाई एलर्ट पर है. इसका जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व मुख्य चिकित्सा अधिकारी बॉर्डर एरिया का दौरा कर रहे हैं और कर्मचारियों को उचित निर्देश दे रहे हैं.
बॉर्डर पर की जा रही चेंकिग
बलरामपुर में भारत नेपाल सीमा के बनकटवा, जरवा, नंदमहरा और त्रिलोकपुर चाकर जगहें ऐसे हैं, जहां से स्थानीय खरीदारी के लिए लोग नेपाल से आते है. मित्र राष्ट्र होने के कारण नेपाली नागरिकों के आने-जाने पर कोई रोक नहीं है. चारों बार्डर क्षेत्र में तैनात एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) को एलर्ट कर दिया गया है. सीमा पर कोरोना वायरस स्क्रीनिंग चेक पोस्ट बनाकर लोग नेपाल से आ रहे है उनका टेस्ट किया जा रहा है. इनफ्रारेड थर्मामीटर से उनके शरीर का तापमान चेक किया जा रहा है.
संदिग्ध लोगों की हो रही जांच
सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एक-एक एम्बुलेंस को 24 घंटे कोरोना ड्यूटी के लिए एलर्ट पर रखा जा रहा है. 27 जनवरी से अब तक करीब 3 हजार संदिग्ध लोगों की जांच की गई है. विदेश से भारत लौटे 20 लोगों पर प्रशासन की नजर है. संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना हुआ है.
एसएसबी चेक पोस्ट पर तैनात जवानों को भी एक-एक इनफ्रारेड थर्मामीटर मशीन दी जा रही है. नेपाल से आने वाले व्यक्ति की जानकारी लेने के साथ उनके शरीर का तापमान भी मशीन से चेक किया जा सके. अस्पताल में आने वाले सर्दी, खांसी व बुखार के मरीजों को अलग काउंटर से पर्ची देने की व्यवस्था की गई है. ऐसे मरीजों की जांच और दवा भी विशेष काउंटर से दी जाएगी. संयुक्त जिला चिकित्सालय के कमरा नं 127 तक यलो लाइन के इंडीकेटर को देखते हुए वहां जाएंगें और अपना इलाज कराएंगें.
सिनेमा हॉल और शॉपिंग मॉल को किया गया बंद
सिनेमा हॉल, व्यायामशाला, सरकारी व गैर सरकारी स्कूल, मदरसे, कोचिंग, आंगनबाड़ी केन्द्र, बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन, प्रशिक्षण व प्रतियोगी परीक्षाओं को 2 अप्रैल तक बंद व स्थगित करने के निर्देश दे दिये गए है. इसका सख्ती से पालन करवाया जा रहा है.
जिले में मार्च व अप्रैल के महीने में कई धार्मिक आयोजन भी है. मंदिर व मस्जिदों में होने वाले धार्मिक आयोजन को लेकर धर्मगुरूओं से विशेष रूप से बात करके उनसे अधिक भीड़ एकत्र ना होने देने के लिए बात की जा रही है. वहीं 25 मार्च से शुरू हो रहे नवरात्र को लेकर तुलसीपुर स्थित देवी पाटन शक्तिपीठ मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे लोगों में फ्लू के मरीजों की अलग से पहचान के लिए टीम लगाई जाएगी. कोविड-19 यानी नोवेल कोरोना वायरस की फैलने की आशंका को लेकर कार्यालय परिसर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. इस कंट्रोल रूम में 24 घंटे तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की तैनाती की गई है. भारत सरकार के निर्देश के अनुसार ओरेनटाइन सेंटर में विदेश से आने वाले 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को रखकर 14 दिनों तक मॉनीटर करने की व्यवस्था भी की गई है.
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. दिन में कई बार साबुन, हैण्डवॉश या सेनेटाइजर से हाथ साफ करें. लोगों से एक मीटर दूर से ही नमस्ते और आदाब करें. यदि किसी संक्रमित व्यक्ति से मिले तो उसे सलाह दें कि वो अस्पताल जाकर जांच जरूर कराए.
-कृष्णा करूणेश, जिलाधिकारी