ETV Bharat / state

बलरामपुर: होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले 1,547 लोगों पर हुई कार्रवाई

यूपी के बलरामपुर में अन्य जिलों व प्रदेशों से 50 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक आए हैं. जिनको जिला प्रशासन ने होम क्वारंटाइन की सलाह दी है. लेकिन कुछ प्रवासी मजदूर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित लॉकडाउन और क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. जिले में क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं करने वाले 1,547 लोगों पर कार्रवाई की गई है.

होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले 1,547 लोगों पर हुई कार्रवाई.
होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले 1,547 लोगों पर हुई कार्रवाई.
author img

By

Published : May 19, 2020, 5:58 PM IST

बलरामपुर: जिले में अन्य जिलों व प्रदेशों से आए लोगों को बड़ी संख्या में होम क्वारंटाइन किया गया है. जिनमें से कुछ तो ऐसे हैं, जो मुंबई के धारावी और गुजरात के रेड जोन इलाके से यहां पर पहुंचे हैं. इन लोगों पर निगरानी करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने ग्रामसभा स्तरीय निगरानी टीम का गठन किया गया है.

जिसके रिपोर्ट के बाद जिले भर के 13 थाना क्षेत्रों में होम क्वारंटाइन नियमों को तोड़ने वालों पर बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई है. जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित कोविड-19 के क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं करने वाले 1,547 लोगों पर कार्रवाई की गई है. जिसमें सबसे ज़्यादा एफआईआर ललिया थाना क्षेत्र में दर्ज की गई है.

बलरामपुर में पहुंचे हैं 50 हजार प्रवासी श्रमिक
लॉकडाउन और होम क्वारंटाइन नियमों का पालन न करने वालों पर जिले के 13 थाना क्षेत्रों में प्राथमिकी दर्ज की गई है. बलरामपुर जिला प्रशासन के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में 50 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक महाराष्ट्र और गुजरात से लौटे हैं. इसके साथ ही इस हफ्ते के खत्म होने तक 50 हजार से अधिक लोगों के जिले में पहुंचने की संभावना है. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के साथ सबसे बड़ी समस्या उन्हें क्वारंटाइन करने को लेकर है, क्योंकि जिला प्रशासन के पास इतनी बड़ी संख्या में न तो इंफ्रास्ट्रक्चर है और न ही एक लाख से ज्यादा लोगों को पृथकवास के दौरान भोजन करवा पाने की व्यवस्था.

प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में किया गया क्वारंटाइन
ऐसे में प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में क्वारंटाइन रहने की सलाह दी जा रही है. लेकिन कुछ प्रवासी मजदूर व उनके परिवार वाले स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित लॉकडाउन और क्वारंटाइन नियमों को लेकर सतर्क व सजग नहीं दिखाई दे रहे हैं. आजकल लॉकडाउन के इम्प्लीमेंटेशन के कारण पुलिस फोर्स की कमी होने से सभी पर नजर भी नहीं रखी जा सकती. इसलिए ग्रामसभा स्तर पर एक निगरानी समिति का गठन किया गया है. जो अपने गांव में घूम-घूम कर न केवल लोगों को कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूक बना रही है, बल्कि यदि कोई क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करता दिखाई देता है तो उसकी सूचना स्थानीय पुलिस थाने को देती है.

इसे भी पढ़ें-हां दादी मैं तेरे साथ कब्र में भी चलूंगी...!

पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि पिछले चार दिनों से पुलिस और जिला कोविड-19 नियंत्रण कक्ष को प्रवासी कामगारों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं. जो लोग महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात से लौटे हैं, उन्हें लगातार सड़कों पर घूमते देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसलिए सबसे पहले मैंने एक टीम बनाई, जिसने उन सभी लोगों का पता लगाया, जिन्हें होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया था. लेकिन वह बाहर घूमते हुए पाए जा रहे थे.

एसपी बलरामपुर ने कहा कि 1,547 लोगों में से अधिकतम 325 व्यक्तियों के खिलाफ ललिया थाना क्षेत्र में एफआईआर पंजीकृत की गई है. इसके साथ ही उतरौला थाना क्षेत्र में 200, कोतवाली देहात में 175, कोतवाली नगर में 100 और जरवा थाना क्षेत्र में 75 लोगों को लॉकडाउन व घरेलू पृथकवास के नियमों के उल्लंघन के मामले में बुक किया गया है.

बलरामपुर: जिले में अन्य जिलों व प्रदेशों से आए लोगों को बड़ी संख्या में होम क्वारंटाइन किया गया है. जिनमें से कुछ तो ऐसे हैं, जो मुंबई के धारावी और गुजरात के रेड जोन इलाके से यहां पर पहुंचे हैं. इन लोगों पर निगरानी करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने ग्रामसभा स्तरीय निगरानी टीम का गठन किया गया है.

जिसके रिपोर्ट के बाद जिले भर के 13 थाना क्षेत्रों में होम क्वारंटाइन नियमों को तोड़ने वालों पर बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई है. जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित कोविड-19 के क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं करने वाले 1,547 लोगों पर कार्रवाई की गई है. जिसमें सबसे ज़्यादा एफआईआर ललिया थाना क्षेत्र में दर्ज की गई है.

बलरामपुर में पहुंचे हैं 50 हजार प्रवासी श्रमिक
लॉकडाउन और होम क्वारंटाइन नियमों का पालन न करने वालों पर जिले के 13 थाना क्षेत्रों में प्राथमिकी दर्ज की गई है. बलरामपुर जिला प्रशासन के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में 50 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक महाराष्ट्र और गुजरात से लौटे हैं. इसके साथ ही इस हफ्ते के खत्म होने तक 50 हजार से अधिक लोगों के जिले में पहुंचने की संभावना है. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के साथ सबसे बड़ी समस्या उन्हें क्वारंटाइन करने को लेकर है, क्योंकि जिला प्रशासन के पास इतनी बड़ी संख्या में न तो इंफ्रास्ट्रक्चर है और न ही एक लाख से ज्यादा लोगों को पृथकवास के दौरान भोजन करवा पाने की व्यवस्था.

प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में किया गया क्वारंटाइन
ऐसे में प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में क्वारंटाइन रहने की सलाह दी जा रही है. लेकिन कुछ प्रवासी मजदूर व उनके परिवार वाले स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित लॉकडाउन और क्वारंटाइन नियमों को लेकर सतर्क व सजग नहीं दिखाई दे रहे हैं. आजकल लॉकडाउन के इम्प्लीमेंटेशन के कारण पुलिस फोर्स की कमी होने से सभी पर नजर भी नहीं रखी जा सकती. इसलिए ग्रामसभा स्तर पर एक निगरानी समिति का गठन किया गया है. जो अपने गांव में घूम-घूम कर न केवल लोगों को कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूक बना रही है, बल्कि यदि कोई क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करता दिखाई देता है तो उसकी सूचना स्थानीय पुलिस थाने को देती है.

इसे भी पढ़ें-हां दादी मैं तेरे साथ कब्र में भी चलूंगी...!

पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि पिछले चार दिनों से पुलिस और जिला कोविड-19 नियंत्रण कक्ष को प्रवासी कामगारों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं. जो लोग महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात से लौटे हैं, उन्हें लगातार सड़कों पर घूमते देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसलिए सबसे पहले मैंने एक टीम बनाई, जिसने उन सभी लोगों का पता लगाया, जिन्हें होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया था. लेकिन वह बाहर घूमते हुए पाए जा रहे थे.

एसपी बलरामपुर ने कहा कि 1,547 लोगों में से अधिकतम 325 व्यक्तियों के खिलाफ ललिया थाना क्षेत्र में एफआईआर पंजीकृत की गई है. इसके साथ ही उतरौला थाना क्षेत्र में 200, कोतवाली देहात में 175, कोतवाली नगर में 100 और जरवा थाना क्षेत्र में 75 लोगों को लॉकडाउन व घरेलू पृथकवास के नियमों के उल्लंघन के मामले में बुक किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.