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बलिया: गंगा का बढ़ा जलस्तर, ग्रामीण इलाकों की सड़कें क्षतिग्रस्त

यूपी के बलिया में गंगा नदी में आई बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हो गया है. बाढ़ के पानी से ग्रामीम इलाकों में जाने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. सिंचाई विभाग ने एक-दो दिन में पानी के बढ़ने की संभावना जताई है.

शहरी इलाकों में घुसा गंगा का पानी.
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Published : Aug 24, 2019, 9:34 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: लगातार गंगा नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से पानी शहरी इलाकों के आबदी वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है. इससे लोगों को खासा परेशानियां हो रही हैं. वहीं ग्रामीण इलाकों में जाने वाली सड़कें भी बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. इससे आवागमन में परेशानी हो रही है.

शहरी इलाकों में घुसा गंगा का पानी.

गंगा नदी में आयी बाढ़ से जनजीवन प्रभावित-
जिले में गंगा नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. बाढ़ का पानी अब शहरी इलाकों के महावीरी घाट, शनिचरी घाट के पास बसे आबादी वाले इलाकों की ओर प्रवेश कर गया है. इससे लोगों की बहुत परेशानियां हो रही हैं. नगर पालिका प्रशासन ने पहले ही इन इलाकों को फ्लड जोन घोषित किया है. गंगा नदी के उस पार कई गांव और मजरे को जाने वाली सड़कें बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

पढ़ें:- मिर्जापुर: डीएम-एसपी ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण

सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बलिया में गंगा नदी खतरे के निशान बिंदु से एक मीटर ऊपर बह रह रही हैं. घाघरा नदी खतरे के निशान बिंदु से नीचे हैं. गंगा के पानी में इस समय बढ़ोतरी दर्ज की जा रहा है. इसलिए आने वाले एक-दो दिनों में पानी के बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जो आबादी वाले लोग पानी बढ़ने से परेशान हैं, वो लोग बंधे और नदी के बीच फ्लड जोन एरिया में बसे हैं. इसे खाली करने का आदेश दिया गया है.

बलिया: लगातार गंगा नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से पानी शहरी इलाकों के आबदी वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है. इससे लोगों को खासा परेशानियां हो रही हैं. वहीं ग्रामीण इलाकों में जाने वाली सड़कें भी बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. इससे आवागमन में परेशानी हो रही है.

शहरी इलाकों में घुसा गंगा का पानी.

गंगा नदी में आयी बाढ़ से जनजीवन प्रभावित-
जिले में गंगा नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. बाढ़ का पानी अब शहरी इलाकों के महावीरी घाट, शनिचरी घाट के पास बसे आबादी वाले इलाकों की ओर प्रवेश कर गया है. इससे लोगों की बहुत परेशानियां हो रही हैं. नगर पालिका प्रशासन ने पहले ही इन इलाकों को फ्लड जोन घोषित किया है. गंगा नदी के उस पार कई गांव और मजरे को जाने वाली सड़कें बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

पढ़ें:- मिर्जापुर: डीएम-एसपी ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण

सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बलिया में गंगा नदी खतरे के निशान बिंदु से एक मीटर ऊपर बह रह रही हैं. घाघरा नदी खतरे के निशान बिंदु से नीचे हैं. गंगा के पानी में इस समय बढ़ोतरी दर्ज की जा रहा है. इसलिए आने वाले एक-दो दिनों में पानी के बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जो आबादी वाले लोग पानी बढ़ने से परेशान हैं, वो लोग बंधे और नदी के बीच फ्लड जोन एरिया में बसे हैं. इसे खाली करने का आदेश दिया गया है.

Intro:बलिया
गंगा नदी में आयी बाढ़ से पानी शहरी इलाकों के आबदी वाले क्षेत्रो में प्रवेश कर गया है जिससे लोगो की परेशानियां बढ़ने लगी है वही ग्रामीण इलाको को जाने वाली सड़क भी बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिससे आवागमन में परेशानियां बढ़ गई है बाढ़ विभाग के अनुसार एक से दो दिनों तक गंगा के पानी मे बढ़ाव रहेगा


Body:जिले की दो नदियों में गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है बाढ़ का पानी अब शहरी इलाकों के महावीरी घाट, शनिचरी घाट के पास बसे आबादी वाले इलाकों की ओर प्रवेश कर गया है जिससे लोगो की परेशानियां बढ़ गयी है

नगर पालिका प्रशासन द्वारा पहले ही इन इलाकों को फ्लड ज़ोन घोषित किया जा चुका है बावजूद इसके लोग अभी भी यहां बसे हुए है वही गंगा नदी के किनारे बसे हुए गावो में भी बाढ़ का पानी पहुचने वाला है गंगा नदी के उस पार बसे आधा दर्जन गाव और मजरे को जाने वाली सड़क बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गया जो लोगो की परेशानियो को और बढ़ा दिया है




Conclusion:सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिशाषी अभियंता विरेंद्र कुमार ने बताया कि बलिया में गंगा नदी अपने खतरे के निशान बिंदु से एक मीटर ऊपर बह रह रही हे और घागरा नदी अपने खर्चे के निशान बिंदु से बहती सेंटीमीटर नीचे से है गंगा के पानी में इस वक्त बढ़ाओ दर्ज किया जा रहा है इसलिए आने वाले एक दो दिनों में पानी के बढ़ने की संभावना है

उन्होंने कहा कि जो आबादी पानी बढ़ने से परेशान हैं वे लोग बंधे और नदी के बीच फ्लड ज़ोन एरिया में बसे है जिसे खाली करने का आदेश है बंधे और नदी के बीच बसने से हमेशा ही बाढ़ आने का खतरा रहता है

बाइट1--सत्येंद्र गिरी---ग्रामीण
बाइट2--वीरेन्द्र कुमार--अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड

पीटीसी--प्रशान्त बनर्जी

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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