बलिया: जिला प्रशासन वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है. कहीं स्कूली बच्चों से रैलियां निकलवाई जा रही हैं, तो कहीं प्रशासनिक अधिकारी मतदाताओं को शपथ दिलवा रहे हैं. इन सबके बीच बलिया के जिला निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार शाम को आवास पर बैठक कर रूपरेखा बनाई कि उन मतदाताओं को वोट देने के लिए निमंत्रण पत्र भेजने की तैयारी कर रहे हैं, जो रोजगार के सिलसिले में बलिया से बाहर गए हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में बलिया में करीब 51 फ़ीसदी मतदान हुआ था, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में जिला प्रशासन बलिया जिले को फर्स्ट डिवीजन की श्रेणी में लाने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए प्रतिदिन अधिकारियों की बैठक की जा रही है और मतदाताओं को जागरूक करने के नए-नए आयामों पर चर्चा भी हो रही है.
बलिया जिला निर्वाचन अधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने बैठक के दौरान बताया कि बलिया औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है, जिस कारण यहां के युवा रोजगार की तलाश में दूसरे प्रांतों में गए हुए हैं चूंकि ग्राम प्रधान के चुनाव के समय वे सभी आकर मतदान करते हैं. इसलिए देश के सबसे बड़े लोकतंत्र में सरकार चुनने के समय भी उनको अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बीएलओ के माध्यम से ऐसे लोगों की सूची बनाकर उनके वर्तमान कार्य क्षेत्र के पते पर एक निमंत्रण पत्र भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे वे 19 मई के दिन 1 दिन का अवकाश लेकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बलिया आ सकें और अपने क्षेत्र का विकास के लिए और एक सशक्त लोकतंत्र बनाने में अपना योगदान दें.