बलिया: यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा पेपर लीक करने के आरोप में 3 पत्रकारों का जेल भेजने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जनपद के सैकड़ों पत्रकारों के साथ शुक्रवार को समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी, व्यापार मंडल के साथ भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने ताली और थाली बजाते हुए शहर में भ्रमण कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा.
इसस दौरान पत्रकार मनोज चतुर्वेदी ने कहा कि इंटरमीडिएट अंग्रेजी पेपर लीक की खबर पत्रकार अजीत ओझा व दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता ने छापकर जिला प्रशासन की पोल खोल दी है. भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. सही खबर छापकर पत्रकार ने अधिकारियों के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. यूपी बोर्ड परीक्षा बलिया जिले में डीवार केंद्र को धन उगाही करके परीक्षा सेंटर जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्रा बनाया गया है. जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्रा ने इसी तरह भ्रष्टाचार करके संपत्ति अर्जित की है.
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वकील मनोज राजहंस ने कहा कि अगर पत्रकारों की रिहाई और जिला अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और भी तीव्र गति लेगा. पत्रकारों के आंदोलन में पहुंचे प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारों जेल भेजकर जिलाधिकारी ने गलत किए हैं. जिलाधिकारी को माफी मांगना चाहिए और पत्रकारों पर लगाए गए फर्जी मुकदमे खत्म कर चाहिए. अगर जिलाधिकारी ऐसे नहीं करते हैं तो प्राथमिक शिक्षक संघ पठन-पाठन बंद कर पत्रकारों का आंदोलन का समर्थन करेगा. वहीं, रसोईया संघ के जिलाध्यक्ष रेनू शर्मा ने कहा जिलाधिकारी के इस कुकृत्य पर हम सब महिलाएं चूड़ियां पहनाने का काम करेंगे.