बलिया: प्रवासी मजदूरों के यूपी के जिलों में आने का सिलसिला लगातार जारी है. बलिया में गुरुवार को गुजरात के राजकोट से 1200 से अधिक प्रवासी मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची. इस दौरान रेलवे स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया. वहीं प्रवासी मजदूर बसों में चढ़ने के लिए भी जद्दोजहद करते दिखे.
गुरुवार को भी राजकोट से श्रमिक स्पेशल ट्रेन बलिया पहुंची. इस दौरान जिला प्रशासन ने सभी प्रवासी मजदूरों की थर्मल स्कैनिंग कराई. 1250 प्रवासी मजदूरों को 21 दिन के लिए होम क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं. इतना ही नहीं प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए रोडवेज बसों का भी इंतजाम किया गया, लेकिन यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था. मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए.
बलिया पहुंचे प्रवासी मजदूर अपने-अपने जिलों की बसों की तलाश में इधर-उधर भटकते रहे. बस मिलने पर वे बस में चढ़ने के लिए जद्दोजहद करते दिखे, लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया था. यहां न तो मजदूरों के बीच 2 मीटर की दूरी थी. उन्हें समझाने के लिए कोई पुलिसकर्मी भी मौजूद नहीं था.
इन प्रवासी मजदूरों में बलिया के अलावा वाराणसी, सोनभद्र, गाजीपुर जनपदों के मजदूर भी शामिल हैं. जो राजकोट में अलग-अलग फैक्ट्रियों में काम करते थे. लॉकडाउन की वजह से जब फैक्ट्रियां बंद हो गईं तो अब इन सबको इनके घरों में भेजा जा रहा है.
सभी प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कर अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. इनमें से यदि कोई कोरोना संदिग्ध हमें मिलता है तो उसे हम लोग अलग करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर उसको क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा. किसी में कोरोना के लक्षण नहीं हैं और सभी बिल्कुल स्वस्थ हैं. इन लोगों को 21 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा है.
-विपिन जैन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट