बलिया: बेल्थरा रोड उपजिलाधिकारी का तालिबानी चेहरा गुरुवार को देखने को मिला. उप जिलाधिकारी ने अपने तहसील परिसर में बिना मास्क के घूम रहे लोगों की चेकिंग शुरू की. इस दौरान उनके साथ उनके सुरक्षा में मौजूद होमगार्ड्स भी थे. चेकिंग के नाम पर एसडीएम और उनके सुरक्षाकर्मियों ने लाठियों से लोगों को पीटना शुरू कर दिया. दबंग उपजिलाधिकारी ने मास्क पहने हुए लोगों को भी नहीं बख्शा. हाथों में लाठी लिए एसडीएम तहसील परिसर से लोगों को पीटते हुए सड़क के बाहर ले गए और दुकानदारों को भी जमकर पीटा. बहरहाल घटना संज्ञान में आने के बाद सीएम ने एसडीएम को निलंबित कर दिया है.
एक प्रशासनिक अधिकारी द्वारा मास्क पहने लोगों की पिटाई होने से पूरे बाजार में हड़कंप मच गया. उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी अधिवक्ताओं के बस्ते पर मौजूद मास्क पहने मुवक्किलो पर भी जमकर लाठियां भांजी. तहसील से बाहर चौकिया मोड़ पर आशू प्रोविजनल जनरल स्टोर पर मौजूद दो दुकानदारों को भी एसडीएम और उसके सुरक्षा कर्मियों ने कॉलर पकड़कर घसीटते हुए दुकान से बाहर निकाला और पीटना शुरू कर दिया, जिससे एक युवक के हाथ में गंभीर चोट लग गई. दोनों युवकों ने अपने अपने चेहरे को मास्क और रुमाल से ढक रखा था. बावजूद इसके एसडीएम ने दोनों की बर्बरता पूर्वक पिटाई की.
जिलाधिकारी ने मामला संज्ञान लेकर जांच करने की बात कही है. डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि मास्क न पहनने वालों पर 100 और 500 का जुर्माना है. साथ ही महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज करने के निर्देश हैं. उन्होंने कहा कि रुमाल से चेहरा ढकने का कोई ऑफिशियल आदेश नहीं है.
समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री नारद राय ने एसडीएम की हरकत को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा कि आज तक मजिस्ट्रेट को आंसू गैस के गोले छोड़ने, लाठीचार्ज करने या फिर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए देखा है, लेकिन पहली बार एक मजिस्ट्रेट को हाथों में लाठी लेकर निर्दोष लोगों की पिटाई करते हुए देखकर हैरानी हो रही है. उन्होंने इस मामले में जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है.
हालांकि मुख्यमंत्री ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए एसडीएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. उन्हें राजस्व परिषद से अटैच किया गया है.