बलिया: भूमि विवाद से संबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए योगी सरकार द्वारा प्रदेश में सख्ती से लागू की गई एंटी भू माफिया टास्क फोर्स के बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन की संयुक्त लापरवाही के चलते प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि विवाद से संबंधित मामले वर्षों से लंबित पड़े हैं, जिसके चलते संबंधित मामलों से जुड़ें पीड़ित तिल तिल कर जीने को मजबूर हो रहे है. जी हां कुछ ऐसा ही मामला बलिया के सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत सिसोटार ग्रामसभा स्थित बालखंडी नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज का है, जहां रास्ते के विवाद के चलते विद्यालय का मुख्य गेट बीते कई माह से बंद पड़ा है.
इतना ही नहीं विद्यालय में पढ़ने वाले तकरीबन 2 हजार छात्र और छात्राओं के साथ-साथ विद्यालय के शिक्षण कार्य में लगे प्रधानाचार्य समेत विद्यालय के दर्जनों शिक्षक मजबूरी में विद्यालय के दूसरी तरफ स्थित सकरे रास्ते से फजीहत के बीच विद्यालय आकर पठन-पाठन और शिक्षण का कार्य कराने को मजबूर है.
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प्रबंधक राकेश कुमार ने बताया कि उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर से मदद मांगी तो उन्होंने न्याय दिलाने के बजाय विद्यालय के मान्यता पर ही प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जांच कराए जाने की बात बताने लगे. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में न्याय नहीं मिला तो हम लोग न्यायालय के साथ-साथ शासन से भी मदद की गुहार लगाएंगे. वहीं, इस संबंध में सिकंदरपुर उपजिलाधिकारी प्रशांत नायक ने बताया कि मामला संज्ञान में है संबंधित अधिकारियों को जांच करने का निर्देश दे दिया गया है.
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