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बलियाः बंदी की अचानक बिगड़ी तबियत, जेल प्रशासन के छुटे पसीने

जिला कारागार में विचाराधीन बंदी की अचानक तबियत बिगड़ गयी.आनन-फानन में उसे जिला जेल के डाक्टर को दिखाया गया. जहex से उसे जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया.

संदिग्ध परिस्थितियों में विचाराधीन बंदी की बिगड़ी तबियत
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Published : Jun 27, 2019, 8:02 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST

बलिया:-जनपद के जिला जेल में विचाराधीन बंदी अचानक बीमार हो गया. जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक उसका उपचार कर रहे हैं. पुलिस मेमो में डॉक्टरों द्वारा जहर खाने की बात कही गई है. जबकि जेल प्रशासनिक अधिकारी इसे मौसम के बदलते तापमान का असर बता रहे हैं. फिलहाल बंदी का जिला अस्पताल इलाज जारी है.

संदिग्ध परिस्थितियों में विचाराधीन बंदी की बिगड़ी तबियत


जाने क्या है मामला.

  • जिला जेल में राकेश तिवारी अप्रैल 2016 से दहेज प्रथा के मामले में सजा काट रहा है.
  • राकेश तिवारी से मिलने उसके रिश्तेदार जेल आए थे, मिलने के बाद जब रिश्तेदार वापस जा रहे थे तभी राकेश की अचानक तबीयत खराब हो गई.
  • तबीयत खराब होने पर बंदी राकेश को जेल के अस्पताल में ले जाया गया जहां के चिकित्सकों ने उसके बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
  • पुलिस मेमो में जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा विचाराधीन बंदी राकेश तिवारी के जहर खाने की बात कही गई है.
  • जबकि जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य इसे मौसम के बदलते तापमान का असर बता रहे हैं.


बंदी चक्कर खाकर गिर गया था जिसे ट्रीटमेंट के लिए मैंने जिला अस्पताल को भेजा है. अभी अस्पताल के चिकित्सक से मेरी मुलाकात नहीं हुई जो भी प्रपत्र मुझे वहां से प्राप्त होंगे उसके बाद ही बीमारी के विषय में कुछ कहा जा सकता है.
-प्रशान्त मौर्य, जेल अधीक्षक

बलिया:-जनपद के जिला जेल में विचाराधीन बंदी अचानक बीमार हो गया. जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक उसका उपचार कर रहे हैं. पुलिस मेमो में डॉक्टरों द्वारा जहर खाने की बात कही गई है. जबकि जेल प्रशासनिक अधिकारी इसे मौसम के बदलते तापमान का असर बता रहे हैं. फिलहाल बंदी का जिला अस्पताल इलाज जारी है.

संदिग्ध परिस्थितियों में विचाराधीन बंदी की बिगड़ी तबियत


जाने क्या है मामला.

  • जिला जेल में राकेश तिवारी अप्रैल 2016 से दहेज प्रथा के मामले में सजा काट रहा है.
  • राकेश तिवारी से मिलने उसके रिश्तेदार जेल आए थे, मिलने के बाद जब रिश्तेदार वापस जा रहे थे तभी राकेश की अचानक तबीयत खराब हो गई.
  • तबीयत खराब होने पर बंदी राकेश को जेल के अस्पताल में ले जाया गया जहां के चिकित्सकों ने उसके बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
  • पुलिस मेमो में जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा विचाराधीन बंदी राकेश तिवारी के जहर खाने की बात कही गई है.
  • जबकि जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य इसे मौसम के बदलते तापमान का असर बता रहे हैं.


बंदी चक्कर खाकर गिर गया था जिसे ट्रीटमेंट के लिए मैंने जिला अस्पताल को भेजा है. अभी अस्पताल के चिकित्सक से मेरी मुलाकात नहीं हुई जो भी प्रपत्र मुझे वहां से प्राप्त होंगे उसके बाद ही बीमारी के विषय में कुछ कहा जा सकता है.
-प्रशान्त मौर्य, जेल अधीक्षक

Intro:जनपद के जिला जेल में विचाराधीन बंदी संदिग्ध परिस्थिति में बीमार हो गया जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सक उसका उपचार कर रहे हैं वहीं अस्पताल के पुलिस मेमो में डॉक्टरों द्वारा जहर खाने की बात कही गई जबकि जेल प्रशासनिक अधिकारी इसे मौसम के बदलते तापमान का असर बता रहे हैं फिलहाल बंदी का जिला अस्पताल इलाज जारी है


Body:बुधवार की दोपहर बलिया कारागार के सिपाही एक विचाराधीन बंदी को लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे आनन-फानन में जेल के चिकित्सक और इमरजेंसी के में मौजूद डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया जिला अस्पताल द्वारा कोतवाली बलिया पुलिस को भेजी जाने वाली पुलिस मेमो में जेल से आए विचाराधीन बंदी का नाम राकेश तिवारी बताया गया है और उसे अस्पताल में लाने की वजह जहर खाना बताया गया

इस मामले में बलिया जेल के अधीक्षक प्रशांत मौर्य ने बताया कि विचाराधीन बंदी का नाम राकेश तिवारी है जो अप्रैल 2016 से दहेज प्रथा के मामले में जेल में बंद है जनवरी 2018 को कोर्ट में पेशी के दौरान यह भी हुआ था और देर शाम उसी दिन इसे पुनः गिरफ्तार कर लिया गया था




Conclusion:जेल प्रशासन के अनुसार राकेश तिवारी से मिलने उसके परिचित आए थे मिलान के बाद जब वापस जा रहा था तभी उसकी तबीयत अचानक खराब हुई जिसके बाद जेल के अस्पताल में ले जाया गया जहां के चिकित्सकों ने उसके बेहतर इलाज के लिए बाहर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया मीडिया ने जब जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य से बंदी के जहर खाने पर सवाल किया उन्होंने कहा कि नहीं ऐसी कोई बात नहीं पता नहीं किसने क्या कह दिया क्योंकि फर्स्ट ट्रीटमेंट के समय जो लोग मरीज के साथ जाते हैं उनसे अस्पताल में पूछा जाता है कि वह क्या हुआ कैसे हुआ तो किसी ने कुछ कह दिया होगा किसी को कुछ पता ही नहीं है क्योंकि गर्मी हुई और वह चक्कर खाकर गिर गया क्योंकि फर्स्ट ट्रीटमेंट के लिए हम लोग जिला अस्पताल भेज देते हैं

जेल अधीक्षक ने कहा कि अभी अस्पताल के चिकित्सक से मेरी मुलाकात नहीं हुई जो भी प्रपत्र मुझे वहां से प्राप्त होंगे उसके बाद ही कहा जा सकता है कि मामले में क्या हुआ था

बाइट--प्रशान्त मौर्य---जेल अधीक्षक

प्रशान्त कुमार बनर्जी
बलिया
9455785050
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST
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