बलिया : प्रदेश में जब से भाजपा की योगी सरकार सत्ता में आई है, सरकारी महकमे में भाजपाई रंग से खासा लगाव सा दिखने लगा है. बलिया के हनुमानगंज शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धरहरा में सरकारी नियम को ताक पर रखते हुए स्कूल के भवन को गेरुआ रंग से रंग दिया है.
बलिया मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर यह कोई भाजपा कार्यालय नहीं है और न ही किसी साधु संत का आश्रम. यह है प्राथमिक विद्यालय धरहरा, जिसे भाजपा के रंग में रंगा गया है. इस स्कूल में न तो बच्चों का शोरगुल है न ही कक्षा में अध्यापक की उपस्थिति. पूरे विद्यालय में जो चीज उपलब्ध है वह है खाली कक्षाएं. हालांकि, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के अनुसार इस सरकारी स्कूल में 160 से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन मंगलवार को सभी बच्चे अध्यापकों के आने से पूर्व ही घर चले गए.
इसी विद्यालय परिसर में आंगनबाड़ी का एक केंद्र भी है, लेकिन दोनों जगह पर कोई भी छात्र छात्राएं मौजूद नहीं हैं. विद्यालय की रसोईया ने बताया कि टीचर लोग अपने धरना में गए थे, इसलिए बच्चे नहीं आए हैं. हालांकि कोर्ट के आदेश के बाद धरना स्थगित कर दिया गया था. वहीं स्कूल की प्रधानाध्यापिका पुष्पा यादव के अनुसार अध्यापकों के आने से पहले ही बच्चे चले गए. स्कूल भवन को भगवा रंग में रंगने की बात पर कहा कि उन लोगों ने पिंक रंग मंगवाया था, लेकिन यह रंग का डब्बा खुल गया तो सोचा की यही रंग करवा दे.
वहीं जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि विद्यालयों की रंगाई पुताई कराई जा रही है. कंपोजिट ग्रांट के अनुसार स्कूलों को आकर्षक बनाने के लिए कहा गया है. बीएसए ने बताया कि बाला मॉडल के अनुसार स्कूल की छत, दिवाल टीचिंग ऐड के तौर पर शिक्षण सामग्री में प्रयोग लाया जाए, इसी उद्देश्य से स्कूलों को आकर्षक बनाने के निर्देश दिए गए हैं.