बलियाः पूर्व प्रधान सुरेश वर्मा शुक्रवार को रसड़ा तहसील से जमानत कर बाइक से अपने घर लौट रहे थे. इसी बीच अज्ञात बाइक सवार लोगों ने पूर्व प्रधान सुरेश वर्मा को रसड़ा थाना क्षेत्र के नत्थूपुरा सांवरा लोहटा मार्ग पर बीच रास्ते में रोककर गोली मार दी थी. गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी. वहीं, सोमवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
एसपी राजकरन नैय्यर इस हत्या से गांव सहित इलाके में दहशत मच गई थी. पुलिस ने इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर नामजद तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था. पुलिस नामजद लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी. इसी बीच बलिया पुलिस ने दूसरे पहलू पर काम करना शुरू किया, तभी पुलिस ने घटनास्थल के आसपास मौजूद करीब 40 से 50 सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसमें बलिया पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगा. उसी सुराग के आधार पर बलिया पुलिस ने घटना के समय प्रयुक्त की गई बाइक व बाइक सवार को सीसीटीवी फुटेज से खंगाला और घटना के समय बाइक पर मौजूद व्यक्तियों को सीसीटीवी फुटेज से मैच कर बाइक के नंबर से पता लगाया.
इसके बाद फुटेज के आधार पर बाइक पर सवार एक व्यक्ति आलोक सिंह के रूप में पहचानकर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आलोक सिंह से कड़ाई से पूछताछ की गई तो आलोक सिंह ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. अभियुक्त आलोक सिंह ने बताया कि 'मेरे यहां काम करने वाला मेरा दोस्त सौरभ उपाध्याय जिसका अपने ही गांव के पूर्व प्रधान सुरेश वर्मा से जमीनी विवाद था, जिससे वह बहुत परेशान रहता था. इस कारण से मैंने और मेरे दोस्त सौरभ उपाध्याय ने मिलकर ग्राम सभा नाथूपुर सांवरा लोटा मार्ग पर सुरेश वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.' पुलिस ने आलोक सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा और एक अभियुक्त फरार सौरभ उपाध्याय पर 25,000 का इनाम घोषित कर सरगर्मी से तलाश कर रही है.
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