बलिया: जिले के हनुमानगंज इलाके में स्थित जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में बाढ़ और बारिश का पानी भर गया है. विश्वविद्यालय को जाने वाली सड़क पूरी तरह पानी से भर गई है, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. नाव द्वारा लोग परिसर से बाहर लौटे रहे हैं.
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जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में भरा पानी
बलिया में मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की स्थापना 2016 में हुई थी. लगभग तीन सालों में ही विश्वविद्यालय ने नए आयाम को प्राप्त किया, लेकिन 2019 में जिले में आई बाढ़ ने विश्वविद्यालय को भी काफी क्षति पहुंचाई. विश्वविद्यालय से दो किलोमीटर दूर ऐतिहासिक सुरहा ताल में बाढ़ का पानी आ गया है. तालाब के आसपास के गांव में भी पानी पहुंचा गया है.
शैक्षणिक दस्तावेजों को किया सुरक्षित
बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से विश्वविद्यालय के सभी कार्यालय और आवास में पानी पहुंच गया है. आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक दस्तावेजों को सुरक्षित स्थानों पर रखते हुए विश्वविद्यालय को चार अक्टूबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है.
29 तारीख की रात से बाढ़ के पानी का प्रभाव पड़ना शुरू हुआ है, जिसके बाद सारे कार्यालयोंऔर आवासों में पानी भर गया है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में जाने की स्थिति नहीं है. वहां पर नाव चल रही है. जिस तरह बाढ़ के हालात हैं, ऐसी दशा में विश्वविद्यालय में छुट्टियों को और आगे बढ़ाया जाएगा.
-प्रोफेसर योगेंद्र सिंह, कुलपति जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय